इस न्यूज को सुनें
|
आशा भारती नेटवर्क
भीटी अंबेडकर नगर। लगभग 4 दशक से ऊपर हो गए जमीनी विवाद का फैसला कई बार पक्ष में होने के बाद भी पीड़ित पक्ष जमीन पर कब्जा बरकरार नहीं रख पा रहा है मुकदमे से पक्षकारी खारिज होने के बावजूद सरकार के इतने सख्त तेवर के बावजूद विपक्षी रामबचन तिवारी जबरन जमीन जोतकर गन्ना बोवाई करके कब्जा कर लिया नरेंद्र देव सुरेंद्र देव वीरेंद्र देव महेंद्र देव पुत्रगण कृष्ण कुमार दूबे निवासी बहोरिकपुर का दौड़ते- दौड़ते बुरा हाल हो गया है लेकिन शासन प्रशासन आखिर क्यों उनकी शिकायत पर ध्यान नहीं दे रहा हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बहोरीकपुर गांव की द्रोपती पत्नी राम जग दुबे की जमीन को कुछ लोगों ने मुकदमे में फंसा कर कब्जा करने का प्रयास किया तो उन्होंने अपने भतीजे कृष्ण कुमार दुबे को 28 अप्रैल 1959 में मुख्तारनामा खास लिख दिया कि वह उनके मुकदमे की परैवी भी करेंगे। वक्त गुजरता रहा कृष्ण कुमार से प्रभावित होकर द्रोपती ने 11 अप्रैल 1982 को अपनी समस्त चल-अचल संपति को कृष्ण कुमार के नाम वसीयत कर दिया वसीयत लिखने के 12 दिन बाद ही द्रोपती की मृत्यु हो गई और उनकी मृत्यु के बाद उनकी नंद सिरपति ने संपति हथियाने के लिए मुकदमा दायर किया और फिर कृष्ण कुमार वसीयत लेकर पेश हुए फिर दौरान मुकदमा कृष्ण कुमार दूबे की मौत हो गई लेकिन उनके पुत्रों ने लड़ाई लड़ी और आखिरकार उनकी विजय हुई नरेंद्र देव सुरेंद्र देव वीरेंद्र देव महेंद्र देव पुत्रगण कृष्ण कुमार दूबे के नाम खतौनी में दर्ज हुए जमीन उनके नाम आ गई। इसके बाद भी यह मुकदमा खत्म नहीं हुआ सिरपति की मृत्यु के बाद उनके पुत्र शीतला प्रसाद पांडे ने मुकदमा लड़ना शुरू किया इसमें कभी आदेश का स्थगन कभी आदेश बहाल इस तरह की लड़ाइयां चलती रही लेकिन फैजाबाद जिला न्यायालय की विद्वान अपर जिला न्यायाधीश भूपेंद्र सहाय ने नरेंद्र देव आदि के पक्ष में फैसला देते हुए इस मुकदमे का निस्तारण निचली कोर्ट को तीन माह में करने का निर्देश दिया कई बार मुकदमा खारिज होने के बाद भी लोग बाजदायर देकर लड़ते रहे इस बीच गांव के दबंग रामवचन तिवारी पुत्र राम अचल ने भी लगभग 29 साल बाद पक्षकार बनने का प्रयास किया लेकिन मुकदमे में उनका पक्ष खारिज कर दिया गया लेकिन उन्होंने जबरन दबंगई के बलबूते उस जमीन के कुछ अंश पर जबरन कब्जा करके उस पर गन्ना की बुवाई कर दिया जबकि पीड़ित पक्ष का कहना है कि यह किसी मुकदमे में पक्षकार नहीं है उसके बाद भी जबरदस्ती जमीन पर कब्जा कर रखे हैं पीड़ित पक्ष के लोग अपना घर छोड़कर गांव से भाग चुके हैं। पीड़ित वीरेंद्र देव का कहना है रामबचन तिवारी का पुत्र हिमांशु तिवारी हिस्ट्रीशीटर है और उसी के आतंक और पत्नी के भारतीय जनता पार्टी में होने का फायदा उठाकर उपरोक्त राम बच्चन तिवारी पीड़ित की जमीन पर जबरन कब्जा कर रखा है मुख्यमंत्री पुलिस महानिदेशक पुलिस अधीक्षक जिलाधिकारी उप जिला अधिकारी भीटी तहसीलदार भीटी थाना अध्यक्ष भीटी तक को प्रार्थना पत्र दिया जा चुका है लेकिन अभी तक कहीं से कोई भी प्रभावी कार्यवाही नहीं हुई जबकि भाजपा सरकार में बाबा योगी आदित्यनाथ के रहते इस तरह से कोई पीड़ित परेशान किया जाए यह बड़े ही आश्चर्य की बात हैं।