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अंबेडकर नगर। (आशा भारती नेटवर्क) तापमान बढ़ने के बीच ट्रांसफाॅर्मर के फुंकने का सिलसिला शुरू हो गया है। बीते डेढ़ माह में एक-एक कर अलग-अलग क्षमता के लगभग पौने दो सौ ट्रांसफाॅर्मर फुंक गए। इससे संबंधित क्षेत्र के उपभोक्ताओं को समस्याओं का सामना करना पड़ा। उपभोक्ताओं का कहना है कि यदि समय रहते ओवरलोड ट्रांसफाॅर्मरों की क्षमता बढ़ा दी जाती तो शायद इस प्रकार की मुश्किल न होती।गर्मी बढ़ने के साथ ही बिजली उपभोक्ताओं की भी दिक्कत बढ़ने लगी हैं। जर्जर व ओवरलोडेड ट्रांसफाॅर्मर बढ़ते तापमान के बीच जवाब देना शुरू कर दिए हैं। पावर कार्पोरेशन कार्यालय के अनुसार मार्च व अप्रैल माह में अब तक अलग-अलग क्षमता के 179 ट्रांसफाॅर्मर फुंक गए। मार्च माह में 110 जबकि अप्रैल माह में 69 ट्रांसफाॅर्मर फुंक गए।मार्च माह में 10 केवीए के 30, 16 केवीए के 13, 25 केवीए के 48, 63 केवीए के 11, 100 केवीए के दो, 250 केवीए के चार, 400 केवीए के दो, 630 केवीए का एक ट्रांसफाॅर्मर फुंक गया। इसी प्रकार अप्रैल माह में 10 केवीए के 15, 16 केवीए के चार, 25 केवीए के 34, 63 केवीए के 14, 100 केवीए के एक, 250 केवीए का एक ट्रांसफाॅर्मर जला।इस बीच ट्रांसफाॅर्मर के फुंकने से संबंधित क्षेत्र के उपभोक्ताओं को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। हीरापुर के सजीवन व चांदपुर के उमापति ने कहा कि यदि गर्मी प्रारंभ होने से पहले ही जर्जर हो चुके उपकरणों व ट्रांसफाॅर्मरों को बदल दिया जाता तो इस प्रकार की मुश्किलें न खड़ी होती।गत वर्ष की अपेक्षा सुधार का दावा,पावर कार्पोरेशन के अनुसार विगत वर्ष की तुलना में इस वर्ष ट्रांसफाॅर्मर की फुंकने की स्थिति में बड़ा सुधार हुआ है। विगत वर्ष मार्च माह में 195 ट्रांसफाॅर्मर फुंके जबकि अप्रैल माह में अलग-अलग क्षमता के 139 ट्रांसफाॅर्मर फुंके थे। पावर कार्पोरेशन कार्यालय के अनुसार मंडल के पांच जिलों में अंबेडकरनगर जनपद में सबसे कम ट्रांसफाॅर्मर मार्च व अप्रैल माह में फुकें हैं। अयोध्या, बाराबंकी, सुल्तानपुर, अमेठी में अंबेडकरनगर जनपद से अधिक ट्रांसफाॅर्मर फुकें हैं।यदि कहीं भी ट्रांसफाॅर्मर फुंकता है तो प्राथमिकता के आधार पर उसे बदला जाता है। बिजली आपूर्ति में सुधार के लिए लगातार ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। – अनूप कुमार सिंह, अधिशासी अभियंता विद्युत