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आशा भारती नेटवर्क
अंबेडकर नगर। विश्व मासिक धर्म दिवस पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां महिलाओं को व्यक्तिगत स्वच्छता, सेनेटरी नेपकिन के समुचित उपयोग,निस्तारण और स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां प्रदान की गई। इसके साथ जिले के 8 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों एवं आंगनवाड़ी केंद्रों पर राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम टीमों ने भ्रमण कर किशोरियों को माहवारी स्वच्छता प्रबंधन के बारे में जागरूक करते हुए सेनेटरी नेपकिन भी वितरित किए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. राजकुमार ने बताया कि ‘वर्ल्ड मेन्सट्रुअल हाइजीन डे’ पीरियड्स के दौरान महिलाओं को साफ-सफाई के प्रति जागरूक रखने के लिए मनाया जाता है। पीरियड्स महिलाओं को होने वाली 4-5 दिन की एक प्राकृतिक प्रकिया है। जिससे एक उम्र के बाद हर महिला को होकर गुजरना पड़ता है। इस दौरान महिलाओं को साफ-सफाई का खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। जिसकी अनदेखी करने पर महिलाओं को कई बार कई तरह की गंभीर समस्याएं हो जाती हैं।
नोडल किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम डा आशुतोष सिंह ने बताया कि विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस का महत्त्व – ‘वर्ल्ड मेन्सटुअल हाइजीन डे’ 28 तारीख को मनाए जाने के पीछे भी एक खास महत्व है। महिलाओं और युवतियों को हर महीने 5 दिन मासिक धर्म होता है। पीरियड्स साइकिल का औसत अंतराल भी 28 दिन का होता है। यही वजह है कि इस दिन हर साल 28 तारीख को मनाया जाता है।
जिला प्रबंधक राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम सुनील वर्मा ने बताया कि किशोरी सुरक्षा योजना जनवरी 2016 से जनपद के समस्त सरकारी परिषदीय विद्यालयों में लागू है। जिसके अंतर्गत इन विद्यालयों में कक्षा 6 से 12 तक पढ़ने वाली समस्त किशोरियों को निशुल्क सेनेटरी नेपकिन के पैकेट वितरित किए जा रहे हैं और उनको व्यक्तिगत स्वच्छता, सेनेटरी नेपकिन के समुचित उपयोग व निस्तारण और अन्य स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां प्रदान की जा रही हैं। इसी क्रम में 28 मई को जनपद के 8 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों एवं आंगनवाड़ी केंद्रों पर राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम टीमों द्वारा भ्रमण कर किशोरियों को माहवारी स्वच्छता प्रबंधन के बारे में जागरूक करते हुए सेनेटरी नेपकिन वितरित किया गया।