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सिनेमा और सियासत का नाता बहुत पुराना है। बॉलीवुड से लेकर साउथ और भोजपुरी सिनेमा तक, कई ऐसे सितारे हैं, जो फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाने के बाद राजनीति में अपनी किस्मत आजमाने के लिए उतरे।
- गोरखपुर से भाजपा के रवि किशन जीते
- मंडी से भाजपा प्रत्याशी और अभिनेत्री कंगना रणौत जीत चुकी हैं
- बिहार की काराकाट सीट से भोजपुरी कलाकार और निर्दलीय प्रत्याशी पवन सिंह पीछे
- मेरठ से भाजपा प्रत्याशी और अभिनेता अरुण गोविल जीते
- उत्तर पूर्वी दिल्ली से भाजपा प्रत्याशी मनोज तिवारी आगे
- आसनसोल से टीएमसी प्रत्याशी और अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा जीते
- गुडगांव से कांग्रेस प्रत्याशी और अभिनेता राज बब्बर पीछे
- मथुरा से भाजपा प्रत्याशी और अभिनेत्री हेमा मालिनी जीती
- हुगली सीट से भाजपा प्रत्याशी और टॉलीवुड अभिनेत्री लॉकेट चटर्जी पीछे
- अमेठी से भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी को मिली हार
हेमा मालिनी
बॉलीवुड की ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी ने इस बार भी लोकसभा चुनाव लड़ा। वह तीसरी बार भाजपा के टिकट पर चुनाव में उतरीं। वर्तमान में हेमा मालिनी मथुरा लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व भी कर रही हैं। उनके सामने इस बार कांग्रेस से मुकेश धनगर और बसपा से सुरेश सिंह की दावेदारी थी। हालांकि, पहले चर्चा थी कि हेमा मालिनी के सामने कांग्रेस बॉक्सर विजेंदर सिंह को उतारेगी, लेकिन बाद में वह भाजपा में शामिल हो गए। अब हेमा ने इस सीट पर जीत हासिल कर ली है।
2019 में मथुरा लोकसभा सीट पर भाजपा के टिकट पर हेमा मालिनी को जीत मिली थी। बता दें कि फिल्मों में अपने अभिनय से लोगों की तारीफें बटोरने वालीं हेमा मालिनी 2004 में भाजपा में शामिल हुई थीं। हेमा मालिनी ने अपने सिने करियर में लगभग 150 फिल्मों में काम किया। उन्हें सीता और गीता, प्रेम नगर, अमीर गरीब, शोले जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है।
राज बब्बर
हरियाणा की गुड़गांव लोकसभा सीट से अभिनेता राज बब्बर कांग्रेस के प्रत्याशी हैं। राज बब्बर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इस चुनाव में राज के सामने केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह भाजपा के प्रत्याशी हैं। वह मौजूदा केंद्र सरकार में कॉर्पोरेट मामलों के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हैं।
इसके अलावा जजपा ने राहुल यादव फाजिलपुरीया और इनेलो ने सौराब खान को उम्मीदवार बनाया है। 2019 में गुड़गांव सीट पर भाजपा के राव इंद्रजीत को जीत मिली थी। राज बब्बर 2019 में गाजियाबाद लोकसभा सीट से मैदान में थे, लेकिन उन्हें भाजपा के वीके सिंह ने हरा दिया था। हिंदी सिनेमा में राज बब्बर अलग तरह के किरदारों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने करीब 150 फिल्मों और 30 से ज्याद नाटकों में अभिनय किया है।
कंगना रणौत
इस चुनाव में उतरे कुछ उम्मीदवार ऐसे हैं, जिनकी चर्चा सबसे ज्यादा है। ऐसा ही एक नाम है कंगना रणौत। कंगना को भाजपा ने हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से अपना उम्मीदवार बनाया गया। अभिनेत्री ने चुनाव में जीत हासिल कर ली है। विक्रमादित्य सिंह यहां से कांग्रेस के उम्मीदवार रहे। विक्रमादित्य मंडी से मौजूदा कांग्रेस सांसद प्रतिभा सिंह के बेटे हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में यहां से भाजपा के राम स्वरुप शर्मा जीते थे।
कंगना की बात करें तो उन्होंने 2006 में बॉलीवुड में डेब्यू किया और लगातार संघर्ष करते हुए उन्होंने इंडस्ट्री में अपना एक अलग मुकाम हासिल किया। कंगना लगभग 18 साल से बॉलीवुड में सक्रिय हैं। फिल्म ‘क्वीन’ में अपने जबरदस्त अभिनय के कारण कंगना को बॉलीवुड की क्वीन भी कहा जाता है।
रवि किशन
उत्तर प्रदेश की चर्चित सीटों में शामिल गोरखपुर से भोजपुरी अभिनेता रवि किशन ने भाजपा के टिकट पर फिर चुनाव लड़ा और जीत गए। इस सीट से वह मौजूदा सांसद भी हैं। गोरखपुर वही सीट है, जहां से उत्तर प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सांसद हुआ करते थे। यहां की राजनीति में गोरक्षपीठ का काफी असर रहता है। इस अहम सीट पर लड़ाई दो फिल्मी चेहरों के बीच है। रवि किशन के सामने सपा की काजल निषाद चुनाव लड़ रही हैं, जो खुद भी भोजपुरी कलाकार हैं।
रवि ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत साल 1992 में आई फिल्म ‘पीताम्बर’ से की। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। रवि किशन ने बॉलीवुड के अलावा भोजपुरी, कन्नड़ और तमिल फिल्मों में भी काम किया है।
पवन सिंह
बिहार की काराकाट सीट इस चुनाव में चर्चा में है। निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर भोजपुरी कलाकार पवन सिंह ने काराकाट की लड़ाई को दिलचस्प बना दिया है। उपेंद्र कुशवाहा यहां से एनडीए गठबंधन के प्रत्याशी हैं। महागठबंधन की ओर से कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) ने राजा राम सिंह उतरे हैं। भाजपा ने पहले उन्हें आसनसोल से टिकट दिया था, लेकिन अगले ही दिन पवन सिंह ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया।
पवन सिंह भोजपुरी सिनेमा के बहुत ही चर्चित अभिनेता हैं और गायक हैं। संघर्ष के दिनों में पवन सिंह की मां और उनके चाचा उनकी ढाल बने खड़े रहे थे, उन्होंने 10वी कक्षा तक ही पढ़ाई की है।
लॉकेट चटर्जी
पश्चिम बंगाल की हुगली सीट पर इस बार लड़ाई टॉलीवुड के दो कलाकारों के बीच है। तृणमूल कांग्रेस ने बांग्ला टीवी जगत की दीदी नंबर-1 रचना बनर्जी को मैदान में उतारा है। 49 साल की रचना बनर्जी मिस कलकत्ता भी रह चुकी हैं। वह बांग्ला फिल्म जगत का जाना पहचाना नाम हैं। उधर भाजपा की प्रत्याशी लॉकेट चटर्जी हैं, जो रचना की सहेली हैं। दोनों ने कई फिल्मों में साथ काम भी किया है।
लॉकेट को 2014 में ममता बनर्जी सियासत में लेकर आईं थीं, लेकिन बाद में नाराजगी के चलते उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया। इसके बाद 2019 के चुनाव में लॉकेट ने तृणमूल की डॉ. रत्ना डे को हरा दिया। लॉकेट चटर्जी क्लासिकल डांसर भी हैं। उन्होंने भरत नाट्यम, कथकली, मणिपुरी नृत्य कला सीखी। हालांकि, उन्हें टॉलीवुड अभिनेत्री के रूप में जाना जाता है।
शत्रुघ्न सिन्हा
शत्रुघ्न सिन्हा पश्चिम बंगाल की आसनसोल सीट से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार हैं, जो अब जीत हासिल कर चुके हैं। श्रमिक और झारखंड-बिहार के प्रवासी मतदाताओं की बहुलता वाली इस सीट पर 2019 में भाजपा ने जीत दर्ज की थी। पिछले चुनाव में यहां से गायक और पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो भाजपा के टिकट पर जीते थे। सुप्रियो ने बाद में सांसदी से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वह तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए। इसके बाद हुए उपचुनाव में यहां से तृणमूल के टिकट पर शत्रुघ्न सिन्हा ने जीत दर्ज की थी।
इस बार भाजपा ने पहले पवन सिंह को आसनसोल सीट से उम्मीदवार बनाया था। पवन को उम्मीदवार बनाने का जैसे ही एलान किया, वैसे ही विपक्ष ने पवन सिंह के कुछ पुराने गानों को लेकर आपत्ति जताई। बाद में पवन सिंह ने आसनसोल से चुनाव न लड़ने का एलान किया। इसके बाद पार्टी ने सांसद एसएस अहलूवालिया को यहां से उतारा। इसके अलावा, माकपा ने जहांआरा खान को अपना प्रत्याशी बनाया है।
बॉलीवुड में ‘शॉटगन’ के नाम से मशहूर शत्रुघ्न ने कई शानदार फिल्मों में अभिनय किया है। हीरो के रोल में वह छाए, लेकिन उससे पहले उन्होंने खलनायक के रूप में अच्छी पहचान बनाई। दिलचस्प बात यह है कि करियर के शुरुआत में वह चमके ही विलेन बनकर।
मनोज तिवारी
राजधानी दिल्ली की उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से वर्तमान में भोजपुरी अभिनेता मनोज तिवारी सांसद हैं। इस बार भी भाजपा ने मनोज तिवारी को यहां से अपना उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस ने उनके सामने जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को मैदान में उतारा है। पूर्वांचल और बिहार से आने वाले दो चर्चित चेहरों के यहां से उतरने के कारण मुकाबला दिलचस्प हो गया है।
2019 में भाजपा ने एक बार फिर दिल्ली की सभी सात सीटों पर जीत हासिल की। इनमें उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट की जीत भी शामिल रही। इस चुनाव में मुकाबला था भोजपुरी कलाकार मनोज तिवारी और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बीच। नतीजे सामने आए तो उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट पर मनोज ने कांग्रेस की शीला दीक्षित को हरा दिया। फिल्मों में आने से पहले मनोज तिवारी तकरीबन 10 साल भोजपुरी गायक रहे हैं।
दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ
देश की हॉट सीटों में उत्तर प्रदेश की आजमगढ़ सीट भी है। भाजपा ने यहां भोजपुरी कलाकार दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ पर भरोसा जताया है। वहीं मुलायम सिंह यादव के भतीजे और पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव सपा के टिकट पर मैदान में हैं। दिनेश लाल यादव आजमगढ़ के मौजूदा सांसद भी हैं। बसपा ने मशहूद अहमद को मैदान में उतारकर मुकाबले को रोमांचक बनाने की कोशिश की है।
2019 के चुनाव में आजमगढ़ सीट पर सपा के अखिलेश यादव जीते थे लेकिन 2022 में विधानसभा चुनाव में जीत के बाद उन्होंने सांसदी से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद हुए उपचुनाव में दिनेश लाल ने जीत दर्ज की थी। उन्होंने भोजपुरी फिल्म गंगा देवी में अमिताभ बच्चन, जया बच्चन और गुलशन ग्रोवर के साथ अभिनय किया है।