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आशा भारती नेटवर्क
अंबेडकर नगर। जिला अस्पताल परिसर में बनकर तैयार ट्रॉमा सेंटर चालू नहीं हो सका। ये ट्रामा विंग मुख्यमंत्री के लोकार्पण के करीब 12 महीने बाद भी संचालित नहीं हो सका। संचालन न होने का कारण मैन पावर की कमी बताई जा रही है। ट्रामा सेंटर न चलने से मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
जिले के लोगों को बेहतर इलाज मिल सके इसके लिए 2020 में शासन ने जिला अस्पताल परिसर में ट्रॉमा विंग के निर्माण को मंजूरी दी थी। खुद मुख्यमंत्री ने करीब 12 महीने पहले इसका उद्घाटन किया था, लेकिन अभी न तो इसमें डॉक्टर की तैनाती हो सकी और न अन्य स्टाफ की।
एक्सीडेंट और गम्भीर मरीजों के इलाज के लिए सुविधा न होने पर मरीजों को इलाज के लिए लखनऊ और अन्य जगहों पर ट्रॉमा सेंटर में भेजा जाता है। कई बार देखा जाता है कि गम्भीर मरीज इलाज न होने पर रास्ते मे दम तोड़ देते हैं। मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके इसके लिए 2020 में शासन ने जिला अस्पताल परिसर में ट्रॉमा सेंटर के निर्माण को मंजूरी दी।
एक करोड़ 19 लाख 42 हजार रुपए की लागत से बने ट्रॉमा सेंटर के निर्माण की जिम्मेदारी कार्यदायी संस्था पैक्सफेड को सौंपी गई थी। जो 12 महीने पहले बनकर तैयार हो गया था जिसका मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 20 जून 2023 को जिले के लोगों के लिए लोकार्पण एवं शिलान्यास किया था।
इसमें ट्रामा विंग का भी लोकार्पण किया गया था, लेकिन लोकार्पण के 12 महीने होने वाले है, लेकिन ट्रॉमा विंग का संचालन नहीं हो सका। इससे लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। ट्रामा सेंटर का संचालन न होने का कारण मैन पावर की कमी बताई जा रही है। जिला अस्पताल के प्रबंधक हर्षित गुप्ता ने बताया कि मैन पावर की कमी के कारण ट्रॉमा सेंटर का संचालन नहीं हो पा रहा है।