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संवाददाता महेश चंद्र गुप्ता
अंबेडकर नगर। जिलाधिकारी अविनाश सिंह की अध्यक्षता में दिनाँक 24.06.2024 को सायंकाल 04.30 बजे से कलेक्ट्रेट सभागार, अम्बेडकरनगर में आयोजित कृषक उत्पादक संगठन (एफ०पी०ओ०) के बैठक की गयी जिसमें सर्वप्रथम डा० अश्विनी कुमार सिंह, उप कृषि निदेशक, अम्बेडकरनगर द्वारा उपस्थित जिलाधिकारी व समस्त अधिकारियों एवं एफ०पी०ओं के प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए बैठक की कार्यवाही प्रारम्भ की गयीं। उप कृषि निदेशक द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद में कुल 61 एफ०पी०ओ० शक्ति पोर्टल पर पंजीकृत है। जिसमें 49 एफ०पी०ओ० कियाशील है. तथा अवशेष 12 एफ०पी०ओ जो शक्ति पोर्टल पर अधूरी जानकारी वाले पंजीकृत हैं, उन्हें एफ०पी०ओ० शक्ति पोर्टल से डी-रजिस्टर करने हेतु अग्रिम कार्यवाही की जायेगी। जनपद में 44 एफ०पी०ओ० को कृषि विभाग द्वारा फार्म मशीनरी बैंक की स्थापना हेतु प्रति एफ०पी०ओ० रू0 15.00 लाख परियोजना लागत का 80 प्रतिशत अनुदान रू0 12.00 लाख दिया गया है। अम्बेडकरनगर एग्रो कृषि विकास प्रोडयूसर कम्पनी लिमिटेड (एफ०पी०ओ०) ग्राम अहिरौली आशापार, विकास खण्ड भियांव, द्वारा रू०, 60.00 लाख शत् प्रतिशत अनुदान पर बीज विधायन संयन्त्र की स्थापना जनपद में की गयी है।
उप कृषि निदेशक द्वारा जिलाधिकारी महोदय, को अवगत कराया गया कि जनपद के विभिन्न विकास खण्डों में कुल 12 एफ०पी०ओ० गठन हेतु 04 सी०बी०बी०ओं० प्रदेश स्तर से नामित किये गये है। जिसका विकास खण्डवार आवंटित लक्ष्य के बारे में जानकारी दी गयी, जो जनपद में विगत एक वर्ष से कार्य कर रहें है। जिसकी प्रत्येक माह बैठक माह के तृतीय बुधवार को की जाती है। बैठक से पूर्व इन्हें ई-मेल एवं दूरभाष द्वारा बैठक में प्रतिभाग करने हेतु अवगत कराया जाता है, अत्यन्त खेद का विषय है कि एमिटी विश्वविद्यालय, नोएडा गौतमबुद्धनगर, के सी०बी०बी०ओ० प्रतिनिधि के अलावा अन्य 03 सी०बी०बी०ओ० कमशः कौशिल्या फाउन्डेशन, जैन एण्ड कम्पनी एव मानव विकास संस्थान के प्रतिनिधियों द्वारा जनपद स्तरीय मॉनिटरिंग समिति की बैठक में प्रतिभाग नहीं किया जाता है, और न ही इनके द्वारा किये जा रहे कार्यों के सम्बन्ध में उप कृषि निदेशक को भी अवगत नहीं कराया जाता है। जिससे प्रतीत होता है कि इनके द्वारा एफ०पी०ओ० गठन की सक्रियता में कोई रूचि नहीं ली जा रही है, और ये मनमाने ढंग से कार्य करने के आदी है।
अधोहस्ताक्षरी द्वारा जनपद में सुचारू रूप से कार्य न करने वाले तीनों सी०बी०बी०ओ० कमशः कौशिल्या फाउन्डेशन, जैन एण्ड कम्पनी एव मानव विकास संस्थान को इस जनपद से हटाने हेतु निर्देशित किया गया तथा अन्य सी०बी०बी०ओ० को जनपद में कार्य करने हेतु नामित किया जाय, शासन की मंशा के अनुरूप सुचारू रूप से एफ०पी०ओ० गठन का कार्य पूर्ण किया जा सके। समिति द्वारा जनपद में सी०बी०बी०ओ० के रूप में कार्य करने हेतु कृषि विज्ञान केन्द्र अम्बेडकरनगर, का प्रस्ताव रखा गया।
उपस्थित एफ०पी०ओ० प्रतिनिधियों से उनके द्वारा किए जा रहे किया-कलापों के बारे में प्रत्येक से विस्तृत जानकारी प्राप्त की गयी। 05 एफ०पी०ओ० प्रतिनिधियों द्वारा बताया गया कि वर्तमान समय में धान फसल में लागत कम करने एवं अधिक उत्पादन प्राप्त करने हेतु धान की सुपर सीडर से सीधी बुआई (डी०एस०आर०) विधि से की जा रही है। जिस पर अधोहस्ताक्षरी द्वारा धान की सीधी बुवाई प्रक्षेत्र पर उपस्थित होने हेतु उप कृषि निदेशक/ जिला कृषि अधिकारी को निर्देशित किया गया।
उप कृषि निदेशक द्वारा अवगत कराया गया कि एफ०पी०ओ० को विभिन्न योजनाओं एवं लाइसेंसों से संतृप्ति करण अभियान 03 माह के लिये मिशन मोड में चलाया जा रहा है। जिसमें आप सभी बीज, एन०एस०सी० सीड डीलरशिप, उर्वरक, कीटनाशक, जी०एस०टी०, मण्डी एवं एफ०एस०एस०ए०आई० लाइसेंस विधिक प्रक्रिया पूर्ण करते हुये अवश्य बनवा लें। बैठक में उपस्थित सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा लाइसेंस प्राप्त करने के सम्बन्ध में आवश्यक जानकारी दी गयी। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा एफ०पी०ओ० को लाइसेंस प्राप्त कर खुद के नाम से ब्राडिंग एवं पैकिजिंग करते हुये एक अच्छे कम्पनी के रूप में कार्य करने हेतु सलाह दी गयी। बैठक में जिला उद्यान अधिकारी से जनपद में केला फसल का क्षेत्रफल कम होने के कारण की जानकारी ली
गयी तथा उन्हे निर्देशित किया गया कि अधोहस्ताक्षरी स्तर से केला फसल उत्पादन का क्षेत्रफल बढाने हेतु पत्र मुख्यालय प्रेषित कराना सुनिश्चित करें। तथा इस फसल से एफ०पी०ओ० को भी जोडा जाय।
अन्त में उप कृषि निदेशक, द्वारा उपस्थित सभी अधिकारियों, सी०बी०बी०ओ०, एफ०पी०ओ० प्रतिनिधियों को धन्यबाद ज्ञापित करने के साथ बैठक के समापन की घोषणा की गयी।
(डा० अश्विनी कुमार सिंह)
उप कृषि निदेशक, अम्बेडकरनगर।