इस न्यूज को सुनें
|
- शत्रुघ्न गुप्ता बने राष्ट्रीय वैश्य समाज किछौछा के नगर अध्यक्ष
अंबेडकर नगर। (आशा भारती नेटवर्क) अपने अस्तित्व को भूलाए बैठे वैश्य समाज में कहीं न कहीं अब जाकर कई पीढियां बाद जागृत का संचार हुआ और अपने अस्तित्व को पहचानने लगी है। अपने इस अस्तित्व और पहचान खो चुके वैश्य समाज के लोगों के अंदर इस जागरूकता आंधी की तरह देश के कोने-कोने में पहुंचने का काम पूरी ताकत के साथ राष्ट्रीय वैश्य समाज करने में जुट गयी है।
इसी कड़ी में किछौछा नगर में स्थित आशीर्वाद मैरिज हॉल में राष्ट्रीय वैश्य समाज के आवाहन पर समाजसेवी भारत गुप्ता (भरत भाई) के संचालन में किछौछा नगर के वैश्य समाज के लोगो की एक बैठक एक जुलाई को आहूत की गई।
जिसमें विशिष्ट अतिथि के रूप में कुलदीप अग्रहरि,गुलाब,प्रवीण,कृष्ण कुमार रहे। नगर के वैश्य समाज के लोगों ने मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों को माला पहनकर जोरदार स्वागत किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने वैश्य समाज की दशा और दिशा मान- सम्मान अस्तित्व विहीन होते जा रहे वैश्य समाज की दुर्दशा पर ध्यान आकर्षित करते हुए कहां कि आज देश के अंदर वैश्य समाज के लोगों की स्थितियां बहुत ही दैयनीय होती जा रही हैं जो एक विकराल रूप लेता नजर आ रहा है अर्थात अस्तित्व से मिटता हुआ नजर आ रहा है जबकि वैश्य समाज का सहयोग सबसे अहम भूमिका देश के हर क्षेत्र में चाहे समाज सेवा हो या राजनीति हो भरपूर होता है फिर भी अपनी पहचान को खोता जा रहा है।
वैश्य समाज की परवाह किसी को नहीं है सब अपनी-अपनी रोटियां सेंकते रहे और वैश्य समाज सिर्फ आजतक गुमराह होता रहा।
सवाल बहुत बड़ा और गंभीर है कि वैश्य समाज के अंदर आंतरिक विसंगति,अंतरकलहा, भेदभाव पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है।
पीढ़ियों से फैली इन कुरीतियों पर कुठाराघात करते हुए कहा कि वैश्य समाज जिस तरह से अस्तित्व से मिटता जा रहा है एक दिन पूर्णता अस्तित्व विहीन हो जाएगा इसलिए हम सभी को अब सजग रहने की और आपस में मिलजुल कर संबंधों को मजबूत बनाते हुए रिश्ते कायम करने की जरूरत है। आज इसी लक्ष्य को लेकर किछौछा नगर में इस बैठक को आहूत किया गया है इसी दौरान किछौछा नगर इकाई का गठन किया गया जिसमें सर्वसम्मत से चंद्रभान गुप्ता को संरक्षक,शत्रुघ्न गुप्ता को अध्यक्ष, साहिल सोनी और बबलू जायसवाल को महामंत्री, सतीश साहू और संदीप जयसवाल को उपाध्यक्ष, निखिल मोदनवाल व गगन मोदनवाल को मीडिया प्रभारी, दुष्यंत गुप्ता (मोनू )को महामंत्री का पदभार सौंपते हुए जिम्मेदारियां दी गई।
मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों द्वारा सभी नवनिर्वाचित पदाधिकारी को माला पहनकर जोरदार स्वागत किया गया।
तालिया की गड़गड़ाहट से पूरा हाल गूंज उठा।
नवनिर्वाचित पदाधिकारी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अपने-अपने विचारों को व्यक्त किया।
नवनिर्वाचित अध्यक्ष शत्रुघ्न गुप्ता ने समाज के अंदर पीढ़ी दर पीढ़ी व्याप्त कुरीतियों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अब वक्त आ गया है की वैश्य समाज एक मंच पर खड़ा हो और अपने बीच की दूरियों को खाइयों को खत्म करते हुए आपस के रिश्तो को मजबूत बनाएं। इसी क्रम में संचालक भरत गुप्ता ने व्याप्त कुरीतियों पर जोरदार कुठाराघात करते हुए अपने समाज की व्यथा को व्यक्त करते हुए आवाहन किया कि वैश्य समाज अब किसी के बहकावे में आने वाला नहीं है पीढ़ियों से हमें अंधेरे में रखा गया और हमें तोड़ने का काम किया गया लेकिन अब ऐसा नहीं होगा अब वैश्य समाज अपने अस्तित्व को पहचान चुका है इसी क्रम में सभी नवनिर्वाचित पदाधिकारी ने अपने-अपने विचारों को रखा।
नवनिर्वाचित अध्यक्ष द्वारा कार्यक्रम के समापन की घोषणा की उपरांत जलपान का दौर चला और फिर मुख्यअतिथि के बताए गए विचारों, उद्देश्यों एवं शपथ को कायम करने की बात कहते हुए कार्यक्रम का समापन हुआ।
इस दौरान बैठक में अनिल कुमार गुप्ता,फूलचंद सोनी,विजय कुमार अग्रहरि, महेश कुमार अग्रहरि, रामजीत अग्रहरि,अकाश अग्रहरि, सौरभ कुमार अग्रहरि, शैलेंद्र कुमार, सत्यम अग्रहरि, राहुल कसौधन, महंतलाल कसौधन, नन्दलाल कसौधन, अजय कुमार अग्रहरि, संजय कुमार कसौधन,रामजीत कसौधन, जगदीश प्रसाद अग्रहरि, सुरेंद्र कुमार कसौधन, रामजीत अग्रहरि, रमेश कसौधन, सूर्यभान अग्रहरि, अरविंद कुमार कसौधन, महेश कसौधन, पवन कुमार अग्रहरि, शुभम अग्रहरि, शुभम कुमार, संतोष कुमार के साथ भारी संख्या में वैश्य समाज के लोग उपस्थिति रहे।