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अंबेडकर नगर (आशा भारती नेटवर्क) जनपद मुख्यालय पर र्जर हो गए विद्युत तार के माध्यम से लोगो तक बिजली पहुंचाई जा रही है। अकबरपुर शहर में एक ही पोल से 11 हजार वोल्टेज और 440 वोल्टेज के तार दौड़ाए गए है। इन तारों से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। कई बार की शिकायतों के बाद इन तारों को बदला नहीं जा रहा है।
हादसे के बाद भी सबक नहीं ले रहा विद्युत महकमा जिले मे जर्जर हो गये विद्युत तार के टूटने से कई हादसे हो चुके हैं। अभी एक दिन पहले राजेसुल्तानपुर थाना इलाके में सड़क किनारे से गए 11 हजार वोल्टेज के तार टूटकर गिरने से एक युवक बुरी तरह झुलस गया था। वही कुछ दिन पहले बेलाउवा बरियारपुर फीडर से चलने वाली बिजली के तार आपस में जुड़ गये थे, जिसमे पांच बच्चे झुलस गये थे। इसके बाद भी विद्युत विभाग लटके और ढीले तार को ठीक कराने क़ी जरूरत नहीं समझ रहा है।
अकबरपुर नगर में अंडरग्राउंड केबल लगाने की योजना अधर में लटक गई है। नतीजा ये है कि कई क्षेत्रों में जर्जर तारों के सहारे बिजली पहुंचाई जा रही है। अलग-अलग क्षेत्रों में इससे आपूर्ति में होने वाले व्यवधान से उपभोक्ता त्रस्त हो गए है। इससे हादसे का खतरा भी बना रहता है।
भूमिगत कराने में विभाग लापरवाही बरत रहा
शहर के बीच से गुजरे बिजली के हाईटेंशन तार गिरने की आशंका से हमेशा नागरिकों को हादसे का भय बना रहता है। इन तारों को भूमिगत कराने में विभाग लापरवाही बरत रहा है। यही नहीं शहर की मुख्य सड़कों के खंभों पर लटकते तारों के मकड़जाल से आए दिन शॉर्ट सर्किट से मुहल्लों की बिजली गुल हो जाती है।
जनपद मुख्यालय के भीड़भाड़ वाली जगह पटेल नगर बस स्टेशन से पुरानी तहसील तिराहे तक एक ही खंभे पर 11 हजार बोल्ट और 440 बोल्ट के बिजली के हाईटेंशन तार दौड़ रहे हैं, कभी भी हादसे का कारण बन सकते हैं। इस बाबत अधीक्षण अभियंता गिरीश नरायण मिश्रा नें बताया क़ी ढीले और जार्जर हो चुके तार को बदला जा रहा है। एक ही पोल पर लगे तार का स्टीमेट बनाकर उन्हें शिफ्ट कराया जायेगा।