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अंबेडकर नगर (आशा भारती नेटवर्क) राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा ने विभिन्न मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट के पास अंबेडकर प्रतिमा के प्रांगण में धरना दिया। जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। मोर्चा के सदस्य ने कहा यदि उनकी मांगों को नहीं माना गया तो वह लोग दिल्ली में आंदोलन करेंगे। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास पटेल ने कहा पिछड़ा वर्ग की मांग है कि जाति आधारित जनगणना हो, और संख्या के अनुपात में सभी क्षेत्रों में हिस्सेदारी दी जाए।
उन्होंने बताया कि आंदोलन के दूसरे चरण में आज देश के 31 राज्यों में सभी जिला मुख्यालयों पर एक साथ धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने कहा केन्द्र सरकार राष्ट्रीय स्तर पर जाति आधारित जनगणना कराये। संख्या के अनुपात में सभी क्षेत्रों में ओबीसी को हिस्सेदारी सुनिश्चित करें। एससी, एसटी का भी बढ़ी हुई संख्या के अनुपात में भी आरक्षण बढ़ाया जाए।EWS आरक्षण लागू होने के बाद अब 50 प्रतिशत आरक्षण की सीमा समाप्त हो गयी है।
इसलिए जब तक जाति आधारित जनगणना नहीं होती, तब तक मण्डल कमीशन के आंकड़े के मुताबिक ओबीसी को 52 प्रतिशत आरक्षण लागू किया जाए। ओबीसी से असंवैधानिक क्रीमीलेयर हटाया जाए और एससी, एसटी पर क्रीमीलेयर लगाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को वापस लिया जाए। ओबीसी की संख्या के आधार पर उसी अनुपात में आरक्षण लागू किया जाए। रिजर्वेशन इम्पलीमेंटेशन एक्ट बनाया जाए, जिससे एससी, एसटी, ओबीसी के आरक्षण के साथ हो रही धोखाधड़ी को रोका जा सके।
निजी क्षेत्रों में भी आरक्षण लागू हो। एमएसपी गारण्टी कानून बनाया जाए। उन्होंने कहा अगर मांगे न मानी गयीं तो 15 अक्टूबर को दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन करेंगे। इस अवसर पर जितेन्द्र कुमार, बाल गोविन्द वर्मा, राम केवल वर्मा, मनीराम पटेल, अमर जीत, अंतिमा वर्मा, कृष्णा प्रसाद, राम जीत, रामनाथ अम्बेश और लालजी बोद्ध आदि मौजूद रहे।