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जनपद में यूरिया की नहीं है कमी, सहकारिता में इफको की 1300 मी०टन यूरिया कल पहुंचेगी
• वर्तमान में जनपद के 918 उर्वरक विक्री केन्द्रों पर 14522 मी०टन यूरिया अवशेष जबकि माह सितम्ब्र का यूरिया वितरण का लक्ष्य 4790 मी०टन
• खरीफ सीजन में यूरिया उर्वरक वितरण के माह अगस्त, 2024 तक के लक्ष्य 39800 मी०टन के सापेक्ष 53851 मी०टन उपलब्धता एवं 39400 मी०टन का हो चुका है वितरण।
अंबेडकर नगर। (आशा भारती नेटवर्क) जनपद में खरीफ की मुख्य फसल धान है जिसमें वर्तमान में कृषकों द्वारा यूरिया की टॉप ड्रेसिंग किया जा रहा है। धान के इस वर्ष आच्छादन के लक्ष्य के सापेक्ष 115040 हेक्टेयर क्षेत्रफल में बुवाई / रोपाई की गयी है। अच्छा उत्पादन एवं उत्त्पादकता प्राप्त करने के लिये समय से फसल की आवश्यकता के अनुसार सभी प्रमुख एवं सूक्ष्म पोषक तत्त्वों को उपलब्ध कराने वाले उर्वरकों का प्रयोग अत्यावश्यक है। वर्तमान में धान हेतु जनपद में यूरिया खाद की कोई कमी न हो इस हेतु जिलाधिकारी महोदय द्वारा सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की गई। बैठक में सहकारिता क्षेत्र की साघन सहकारी समितियों में यूरिया की उपलब्धता के बावत पूछे जाने पर सहायक निबन्धक एवं सहायक आयुक्त सहकारिता द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद में 98 साधन सहकारी समितियाँ, सहकारी संघ एवं सहकारी क्रय-विक्रय द्वारा खाद विक्री का कार्य किया जाता है जिनमें पी०सी०एफ० बफर के प्रीपोजिसिनिंग स्टाक से अवमुक्त करायी गयी 1881 मि०टन यूरिया मे से पूर्व में ही प्रेषित यूरिया 72 समितियों पर उपलब्ध है, पिछले दो दिवसों में जनपद के बसखारी, जलालपुर एवं अन्य विकास खण्डों की 15 समितियों को यूरिया प्रेषित किया गया है एवं बसखारी विकास खण्ड की 3 समितियाँ विभिन्न कारणों से सील की गयी हैं, जिन्हे शीघ्र क्रियाशील करा दिया जायेगा। यह भी बताया गया कि अभी भी पी०सी०एफ० बफर में यूरिया का 4650 मी०टन प्रीपोजिसिनिंग स्टाक उपलब्ध है जिसे मॉग वाली समितियों को चिन्हित करते हुए दो दिवसों के भीतर प्रत्येक स्थान पर प्रेषित कर दिया जायेगा। यूरिया की जनपद में पर्याप्त उपलब्धता होने बावजूद मॉग वाली अवशेष 10 समितियों के चिन्हीकरण पर जिलाधिकारी महोदय द्वारा सहायक निबन्धक एवं सहायक आयुक्त सहकारिता को कड़ी फटकार लगाते हुए प्रत्येक दिवस साधन सहकारी समितियों पर यूरिया उपलब्धता की समीक्षा कर रिपोर्ट उपलब्ध कराने एवं समितियों पर यूरिया समाप्त होने के पूर्व ही बफर से ससमय यूरिया भिजवाने हेतु निर्देशित किया गया। बैठक में मौजूद इफको कम्पनी के क्षेत्रीय प्रबन्धक श्री देवी प्रसाद द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद को अयोध्या रैक प्वाइंट पर कल 1300 मी०टन यूरिया प्राप्त होगी, जिसे तत्काल साधन सहकारी समितियों को प्रेषित कर दिया जायेगा। इस सम्बन्ध में इफको के उ०प्र० के प्रभारी द्वारा भी आगामी दो दिवसों के भीतर यूरिया की रैक उपलब्ध कराने हेतु आश्वस्त किया गया है। जिला कृषि अधिकारी द्वारा अवगत कराया कि जनपद में यूरिया उर्वरक वितरण के माह अगस्त तक के लक्ष्य 39800 मी०टन के सापेक्ष 53851 मी०टन उपलब्धता सुनिश्चित करायी जा चुकी है, जो लक्ष्य के सापेक्ष 135% है। सहकारिता में माह अगस्त तक 10958 मी०टन यूरिया का वितरण किया जा चुका है। समग्र रूप से माह अगस्त तक जनपद में 39414 मी०टन यूरिया उर्वरक का वितरण कराया जा चुका है एवं वर्तमान में जनपद के 918 उर्वरक विक्री केन्द्रों पर 14522 मी०टन यूरिया अवशेष है जबकि माह सितम्बर का यूरिया वितरण का जनपद का लक्ष्य मात्र 4790 मी०टन है। यह भी अवगत कराया कि साधन सहकारी समितियों में यूरिया की कोई कमी नहीं होगी चूंकि विक्री केन्द्रों के अलावा 4650 मी०टन यूरिया अतिरिक्त रूप से पी०सी०एफ० के बफर में उपलब्ध है। जिलाधिकारी महोदय द्वारा जनपद की आवश्यकता के अनुरूप जनपद के प्रत्येक क्षेत्र में यूरिया या अन्य उर्वरकों की लक्ष्यानुसार उपलब्धता सुनिश्चित कराने एवं स्थिति से नियमित रूप से अवगत कराने हेतु निर्देशित किया गया। जिलाधिकारी महोदय द्वारा बैठक में उपस्थित उप कृषि निदेशक, सहायक निबन्धक एवं सहायक आयुक्त सहकारिता, जिला कृषि अधिकारी, सहायक विकास अधिकारी (सहकारिता) एवं अन्य को निरन्तर भ्रमणशील रहते हुए समितियों का निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया गया एवं चेताया गया कि यूरिया की कमी होने पर सम्बन्धित का उत्तरदायित्व निर्धारित करते हुए कठोर कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी।
उर्वरक विक्री केन्द्रों और सहकारी समितियों से कृषकों को उनकी जोत के अनुसार पी०ओ०एस० मशीन पर अंगूठा लगवाकर उनका नाम पत्ता व मोबाइल नं० उर्वरक वितरण पंजिका में अंकन करके ही बगैर किसी टैगिंग के उर्वरक वितरण सुनिश्चित कराने हेतु निर्देश दिये गये। जनपद में उर्वरकों के नाम पर अन्य उत्पादों का विक्रय किये जाने एवं विक्रय केन्द्रों पर जैविक डी०ए०पी०, बायो डी०ए०पी०, ऑगेनिक डी०ए०पी०, डी०ए०पी० का विकल्प आदि भ्रामक नामों से उत्पादों की अवैध रूप से बिकी करने अथवा फारफेट रिच ऑर्गेनिक गैन्योर के बैगों पर भारत डी०ए०पी, डी०ए०पी० (ड्यूरेबल एग्रीकल्चर प्रोडक्ट), डी०ए०पी० (डबल एक्शन पावर), डी०ओ०पी० आदि नामों से विकय किये जाने पर अथवा अन्य कोई अनियमितता के पाये जाने पर सम्बन्धित उर्वरक विक्रेता के विरुद्ध उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के सुसंगत प्राविधानों के तहत कार्यवाही की जायेगी। कृषकों को उर्वरकों की कमी न हो इस हेतु जनपद में अधोहस्ताक्षरी कार्यालय में उर्वरक कंट्रोल रुम स्थापित है जिसका नम्बर 9455485475 है। जनपद के कृषक उर्वरकों के सम्बन्ध में उक्त हेल्प लाइन नम्बर पर सम्पर्क कर उर्वरकों के सम्बन्ध में अपनी शिकायत दर्ज कराकर समाधान प्राप्त कर सकते है।
यद्यपि जनपद में दानेदार यूरिया माह सितम्बर के लक्ष्य के सापेक्ष 300 प्रतिशत तक उपलब्ध है परन्तु किसान भाई अपने धान के पौधों के विकास की स्थिति अनुसार प्रयोग के तौर पर दानेदार यूरिया के स्थान पर नैनो यूरिया का इस्तेमाल कर सकते है। नैनो यूरिया का छिड़काव फसल की प्रारम्भिक बढवार की अवस्था (कल्ले / शाखा) तथा फूल निकलने से एक सप्ताह पहले इस्तेमाल किया जाना चाहिये जिसके लिए उपयुक्त समय चल रहा है। नैनो यूरिया के छिड़काव में सुविधा हेतु जनपद के विकास खण्ड टाण्डा की श्रीमती वन्दना देवी एवं विकास खण्ड कटेहरी की श्रीमती वन्दना का चयन नमो ड्रोन दीदी के रूप में किया गया है एवं इफको कम्पनी द्वारा इन्हें ड्रोन मुहैया कराया गया है। जिनसे सम्पर्क कर किसान भाई अपने फसल में नैनो यूरिया का छिड़काव करा सकते हैं।
जिला कृषि अधिकारी, अम्बेडकरनगर।