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अयोध्या।(आशा भारती नेटवर्क) अयोध्या में दो शख्स रह रहे थे. जैसे ही इसकी जानकारी पुलिस को हुई तो भागकर पूरी टीम पहुंची. जब पुलिस ने दोनों का चेहरा देखा तो अफसरों के होश उड़ गए और तत्काल दोनों को पकड़ लिया।
पुलिस ने 15-15 हजार के इनामी विजय उर्फ संजय उर्फ गोविंद और सीताराम उर्फ विजय को अरेस्ट किया गया है. 17 साल से दिनदहाड़े हुई हत्या के मामले में फरार चल रहे ये शातिर अपराधी अयोध्या पुलिस के हत्थे चढ़े है. जिले के नवाबगंज थाना क्षेत्र के तुलसीपुर माझा में गोली मारकर हत्या हुई थी. हत्या के बाद से ये दोनों फरार चल रहे थे. आज अयोध्या में राम जन्मभूमि थाना क्षेत्र से दोनों को पुलिस ने पकड़ा और गोंडा के आप सिविल जज की अदालत में पेश किया।
दरअसल 17 साल पहले जिले के नवाबगंज थाना क्षेत्र में सनसनीखेज हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया था. हत्या के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आपको बता दें कि 6 जून 2007 की सुबह नवाबगंज थाना क्षेत्र के तुलसीपुर माझा गांव में ढेमवा घाट रोड पर घर से बुलाकर गोली मारकर महावीर सिंह की हत्या कर दी गई थी और आरोपी मौके से फरार हो गए थे. महावीर सिंह की सनसनीखेज हत्या जमीनी विवाद और मठ के स्वामित्व को लेकर हुई थी. इसके बाद से ही आरोपी संजय उर्फ विजय उर्फ गोविंद चेला सियाराम दास और सीताराम उर्फ विजय चेला रामदास फरार चल रहे थे।
2008 में इन दोनों के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई हुई और गोंडा पुलिस ने इन लोगों को भगोड़ा घोषित कर 15 हजार का इनामिया घोषित किया और आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल कर दिया था. वहीं न्यायालय लगातार इनको गैर जमानती वारंट जारी कर रहा थी. ये दोनों अपनी पहचान और नाम बदलकर अयोध्या मे रह रहे थे. आज गोंडा के पड़ोसी जनपद अयोध्या की राम जन्मभूमि थाने की पुलिस को इस मामले में सफलता मिली है।
दोनों आरोपियों संजय उर्फ विजय और सीताराम को गिरफ्तार कर लिया गया है. अपर सिविल जज के न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर विधिक कार्रवाई की जा रही है. पुलिस के मुताबिक इनके ऊपर 15- 15 हजार का इनाम था. अयोध्या पुलिस के इंस्पेक्टर देवेंद्र पांडे की टीम ने दोनों को अरेस्ट किया है. इनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जा रही हैं।