इस न्यूज को सुनें
|
आलापुर अंबेडकर नगर। (आशा भारती नेटवर्क) हर हर महादेव के जयकारों के बीच रविवार को पूर्वांचल के ऐतिहासिक गोविंदसाहब मेले का शुभारंभ हुआ। एमएलसी हरिओम पांडेय ने फीता काटकर शुभारंभ किया। गोविंदसाहब मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की भारी जुटान सोमवार दोपहर से शुरू हो जाएगी।
आधी रात के बाद यहां पवित्र गोविंद सरोवर में स्नान व मठ पर माथा टेकने के साथ एक माह तक चलने वाले मेले की विधिवत शुरुआत होगी। मंगलवार को पहले दिन एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है।
प्रत्येक वर्ष गोविंद दशमी स्नान के साथ ही पूर्वांचल के प्रसिद्ध गोविंदसाहब मेले की शुरुआत होती है। इस बार यह स्नान सोमवार आधी रात के बाद से गोविंद सरोवर में शुरू हो जाएगा, जो दिन निकलने के साथ और तेज होता जाएगा। स्नान व पूजन का दौर देर शाम तक जारी रहेगा। इसके लिए श्रद्धालु के यहां पहुंचने का सिलसिला सोमवार दोपहर बाद शुरू हो जाएगा।
गोविंद दशमी स्नान के लिए जनपद अंबेडकरनगर के अलावा गोरखपुर, संतकबीरनगर, आजमगढ़, जौनपुर व बस्ती आदि जनपदों के श्रद्धालु भी पहुंचते हैं। इनके लिए यहां बाकायदा रैन बसेरे की स्थापना की गई है।
श्रद्धालुओं की भारी आमद को देखते हुए प्रशासन ने सभी तरह के समुचित प्रबंध कर लेने का दावा किया है। मेला क्षेत्र के तमाम व्यवस्थाओं का जिम्मा संभालने वाली जिला पंचायत के अध्यक्ष श्याम सुंदर वर्मा ने कहा कि मेलार्थियों को कोई असुविधा नहीं होने दी जाएगी। वह स्वयं लगातार मेला क्षेत्र पहुंचकर जरूरी फीडबैक लेते रहेंगे।
शुभारंभ के अवसर पर पूर्व जिलाध्यक्ष डाॅ. मिथिलेश त्रिपाठी, पूर्व विधायक त्रिवेणीराम, अनीता कमल, मेला समिति अध्यक्ष भोमेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।
राज्यस्तरीय मेला घोषित करने के लिए सीएम को भेजा पत्र
एमएलसी हरिओम ने कहा कि गोविंदसाहब मठ की अलग ही पहचान है। यह ऐसा स्थान है, जहां यदि सच्चे मन से मन्नत मांगी जाए, तो वह जरूर पूरी होती है। गोविंदसाहब मेले को राज्यस्तरीय मेले का दर्जा दिलाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भी भेजा है। शीघ्र ही इस संबंध में उनसे मुलाकात करेंगे।
कटेहरी विधायक धर्मराज निषाद ने कहा कि धार्मिक स्थलों के सुंदरीकरण को लेकर मुख्यमंत्री पूरी तरह से गंभीर हैं। गोविंदसाहब मठ का भी सुंदरीकरण कराया जाएगा।
जिला पंचायत अध्यक्ष साधू वर्मा ने कहा कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर व्यवस्था प्रदान करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। सफाई पर विशेष ध्यान दिए जाने के साथ ही प्रकाश व पेयजल की भी समुचित व्यवस्था की गई है। ठंड को देखते हुए अलाव की भी व्यवस्था की गई है।
दुकानों से गुलजार हुआ मेला क्षेत्र
मेले के शुभारंभ मौके पर बड़ी संख्या में तमाम दुकानें सज गईं। खजला, बर्तन, फर्नीचर, पशुओं से संबंधित सामग्री, कपड़ा, पूजन अर्चन संबंधित सामग्री समेत कई अन्य तरह की दुकानें लग गईं। इसके अलावा तरह-तरह के आकर्षक झूले के साथ ही आर्केस्ट्रा भी स्थापित हो गया। इस बीच स्थानीय लोगों ने रविवार को संबंधित दुकानों पर पहुंचकर खरीदारी की।
मेले में रहेगी अभेद्य सुरक्षा व्यवस्था
गोविंदसाहब मेले की सुरक्षा में कोई चूक न होने पाए, इसके लिए मेला क्षेत्र को दो जोन और सात सेक्टर में बांटा दिया गया है। रविवार को मेला नोडल अधिकारी एएसपी पूर्वी श्याम देव ने पुलिस लाइन में मेले की सुरक्षा को लेकर बैठक कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
कहा कि मेले में पुलिस कंट्रोल रूम की स्थापना कर दी गई है। एक कोतवाली समेत छह चौकियां बनाई गई हैं। 350 पुलिसकर्मियों को सुरक्षा की कमान सौंपी गई है। किसी भी विपरीत परिस्थिति से निपटने के लिए एक कंपनी पीएसी ने कैंप कर रखा है। मेला क्षेत्र के पांच प्रवेश द्वार पर बैरियर लगाकर पुलिसकर्मियों को मुस्तैद कर दिया गया है। मेले में वाहनों के जाने पर प्रतिबंध रहेगा। ऐसे में छोटे बड़े वाहनों के लिए पांच पार्किंग स्थल भी बनाया गया है। मेले में पुलिसकर्मियों की 12-12 घंटे की ड्यूटी लगाई गई है। बिना अनुमति गायब मिलने वाले पुलिसकर्मी पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
ड्रोन रखेगा चप्पे-चप्पे पर नजर : जमीन के साथ ही हवाई सुरक्षा की निगरानी के लिए दो ड्रोन 24 घंटे मेला क्षेत्र पर नजर बनाए रखेंगे। इसकी मानिटरिंग कंट्रोल रूप से की जाएगी। किसी भी प्रकार की हलचल पर ये तत्काल घटना स्थल पर पहुंच जाएंगे।
मोबाइल दस्ता भी रहेगा गतिमान : मेला क्षेत्र में पल-पल की गतिविधि पर नजर बनाए रखने के लिए छह बाइक दस्ते भी लगाए हैं। मेला क्षेत्र में किसी प्रकार के विवाद की स्थिति में ये वहां सबसे पहले पहुंचकर स्थिति को संभालने का काम करेंगे।
सात थानाध्यक्ष संभालेंगे मोर्चा : मेले में विशेष स्नान व अवकाश वाले दिन भीड़ बढ़ जाती है। इसके मद्देनजर मेले में आलापुर, जहांगीरगंज, कटका, जैतपुर, मालीपुर, राजेसुल्तानपुर, बसखारी थानाध्यक्षों को इस दिवस पर सुरक्षा में मोर्चा संभालने की जिम्मेदारी दी गई है।