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अंबेडकर नगर 23 दिसंबर 2024। आशा भारती नेटवर्क) पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह जी के जन्मदिवस के अवसर पर लोहिया भवन सभागार अकबरपुर, अंबेडकर नगर में प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश मिलेट्स पुनरोद्धार (श्री अन्न) कार्यक्रम योजना अंतर्गत मिलेट्स रेसीपी एवं उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम, कृषि सूचनातंत्र के सुदृढ़ीकरण एवं कृषक जागरूकता कार्यक्रम आत्मा (SMAE) एवं नेशनल मिशन ऑन एडबिल आयल (ओ एस एंड टी बी ओ) योजना अंतर्गत *जनपद स्तरीय रबी गोष्टी/किसान मेला/ कृषि प्रदर्शनी एवं किसान सम्मान दिवस कार्यक्रम* किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एमएलसी डॉ हरिओम पांडे, जिला पंचायत अध्यक्ष श्याम सुंदर वर्मा (साधु वर्मा), कटेहरी विधायक धर्मराज निषाद, जिलाधिकारी अविनाश सिंह, मुख्य विकास अधिकारी आनंद कुमार शुक्ला, अपर जिलाधिकारी डॉ सदानंद गुप्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह जी की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया गया।
माननीय एम एल सी डॉ. हरिओम पांडे द्वारा किसान गोष्ठी में किसानों को संबोधित करते हुए बताया कि रबी फसल में मोटा अनाज के खेती के प्रति किसानों के बीच जागरूकता फैलाना अत्यावश्यक है। मोटे अनाज की खेती से मिट्टी स्वस्थ रहेगी एवं इसके उपयोग से आज की दिनचर्या में आमलोगों का जीवन भी स्वस्थ होगा। वही मोटे अनाज की खेती से किसानों को अच्छी आमदनी होगी। साथ-साथ उन्होंने किसानों को मिट्टी की उर्वरा शक्ति के मुताबिक ही उर्वरक का उपयोग करने की सलाह दी गई। ताकि अत्यधिक रासायनिक खाद के उपयोग से मिट्टी दूषित एवं बंजर न हो जाय।
कटेहरी विधायक माननीय धर्मराज निषाद ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि चौधरी चरण सिंह जी किसानों के मसीहा थे और वह ऐसे प्रधानमंत्री थे जो किसान घर से थे और स्वयं भी किसान थे। उन्होंने किसानों के लिए बृहद स्तर पर कार्य किए हैं। इस अवसर पर माननीय विधायक जी ने कहां की धान एवं गेहूं आदि की खेती के साथ-साथ मत्स्य पालन को करके कृषक भाई आय में वृद्धि कर सकते हैं। उन्होंने मत्स्य पालन हेतु सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी तथा संबंधित अधिकारियों को मत्स्य पालन एवं कृषि से संबंधित अन्य योजनाओं की पहुंच सुगमता के साथ कृषकों तक सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने कहा कि कृषक भाई रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग कम से कम करें, इससे मिट्टी की उर्वरा शक्ति कमजोर होती है। कृषक भाई हरी खाद एवं जैविक खाद तथा बर्मी कंपोस्ट खाद का ही प्रयोग करें। इससे मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ती है और फसलों की गुणवत्ता भी अच्छी होती है।
इस अवसर पर माननीय जिला पंचायत अध्यक्ष श्याम सुंदर वर्मा उर्फ साधु वर्मा ने पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न स्वर्गीय श्री चौधरी चरण सिंह जी के आदर्श को नमन करते हुए कहा कि चौधरी चरण सिंह जी ने किसानों के लिए व उनके उत्थान के लिए, विकास के लिए , प्रगति के लिए हमेशा लड़ाई लड़ी । भूमि सुधार, उन्नतशील बीज, सिंचाई , कृषि उत्पादों की मार्केटिंग, कृषि की नई तकनीकी, उत्पाद की बाजार तक पहुंच सहित अन्य विभिन्न बिंदुओं पर अनेक कानून लाकर किसानों की स्थिति को सुधार करने का कार्य किया। वह किसानों के प्रगति के लिए अनेक ऐसे कानून लाए जो की उनकी स्थिति को सुधार करने में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा किया। उन्होंने आधुनिक खेती और जैविक खेती तकनीकी आधार पर खेती पर बल दिया और देश में खाद्यान्न संकट से निपटने के लिए किसानों के लिये अनेक सुधार किया। किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सब लोग जैविक खेती की ओर बढ़े और उर्वरकों का कम प्रयोग करें।
किसान गोष्ठी में प्रगतिशील कृषकों द्वारा विभिन्न फसलों, मत्स्य, पशुपालन आदि क्षेत्रों में उत्कृष्ट कृषि उत्पादन हेतु अपने अनुभवों को साझा किया गया। कृषि वैज्ञानिकों एवं उपनिदेशक कृषि, जिला कृषि अधिकारी सहित कृषि से जुड़े हुए विभिन्न विभागों के अधिकारियों द्वारा कृषकों की आय को दोगुनी किए जाने के संबंध में विभिन्न तकनीकों एवं सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई। इस अवसर पर रबी फसल में मोटे अनाज की खेती कर अच्छी मुनाफा के साथ–साथ स्वस्थ समाज के निर्माण में किसानों की अहम भूमिका की जानकारी दी गई।
इस अवसर पर जनपद में धान, गेहूं, चना, मटर, सरसों, गन्ना, मिलेट्स, फल, मछली, दूध आदि में उत्कृष्ट उत्पादन करने वाले प्रगतिशील कृषकों को माननीय अतिथियों द्वारा पुरस्कार राशि (डीबीटी द्वारा), अंगवस्त्र एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इसी के साथ उपनिदेशक कृषि ने बताया कि प्रदेश स्तर पर उत्कृष्ट उत्पादन करने वाले जनपद के दो प्रगतिशील कृषकों यथा– राम मगन (चना उत्पादन में प्रदेश में द्वितीय स्थान) तथा रमापति (धान उत्पादन में प्रदेश में तृतीय स्थान) को राज्य स्तर पर लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित एवं पुरस्कृत किया गया है।
इस अवसर पर आयोजित कृषि प्रदर्शनी में विभिन्न विभागों यथा–कृषि, उद्यान, कृषि विज्ञान केंद्र, मत्स्य पालन, उद्यान, कृषि सखी एवं ड्रोन दीदी द्वारा स्टॉल लगाए गए तथा कृषकों को उससे संबंधित जानकारी प्रदान की गई। गोष्ठी के दौरान स्कूल की बच्चियों, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं स्वयं सहायता समूह की दीदियों द्वारा मिलेट्स से बने रेसिपी बनाई गई, जिसे माननीय अतिथियों द्वारा चखा गया तथा उन्हें पुरस्कृत किया गया।