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(गिरजा शंकर विद्यार्थी)
अंबेडकर नगर: 38 करोड़ रुपये से 529 गावों में विकास का पहिया तेजी से दौड़ेगा। स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत संबंधित गांवों को मॉडल गांव बनाया जाएगा। शहर की तरह ही गांव की गलियों में कूड़ा वाहन दौड़ेंगे और घर-घर से कूड़ा करकट उठाएंगे। बेहतर साफ-सफाई के साथ ही जलभराव की समस्या को भी दूर किया जाएगा।गांव की दिशा में सुधार लाने व शहर जैसी सुविधाएं ग्रामीणों को उपलब्ध कराने के लिए शासन द्वारा अलग-अलग योजनाएं संचालित की जा रही हैं। इसी के तहत अब 529 गावों को मॉडल गांव के रूप में तैयार किया जाएगा। वर्ष 2022-23 में 28 गांव को मॉडल गांव बनाया गया था। अब 529 गावों को मॉडल गांव बनाए जाने की तैयारी है। मालूम हो कि जिले में कुल 899 गांव हैं।डीपीआरओ कार्यालय के अनुसार स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत 38 करोड़ रुपये संबंधित गांव की दशा व दिशा सुधारने में खर्च किया जाएगा। जिस प्रकार से शहरी क्षेत्रों में कूड़ा वाहन गलियों मेें पहुंचकर घर घर से कूड़ा करकट एकत्र करते हैं उसी प्रकार से अब गांव की गलियों में भी ऐसे ही वाहन प्रतिदिन सुबह दौड़ते नजर आएंगे। गड्ढा खोदकर उसमें गीला व सूखा कचरा अलग-अलग रखा जाएगा। जलभराव समस्या दूर करने के लिए नालियों को दुरुस्त करने के साथ ही नई नालियों का निर्माण किया जाएगा।
बहुरेंगे गांव के दिन मरथुआ सरैया के गयादीन पांडेय व बनगांव के सोहनलाल ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत मॉडल गांव बनने से गांव के दिन बहुरेंगे। ग्रामीणों को भी शीघ्र ही शहर जैसी व्यवस्थाएं मिल सकेंगी। बरधाभिउरा के प्रदीप व कटरिया के सुनील शर्मा ने कहा कि गांव में जलभराव समस्या रहती है। इससे कई बार प्रतिकूल परिस्थितियां पैदा हो जाती हैं। मॉडल गांव बनने से यह समस्या दूर हो जाएगी। उतरेथू के गुलाम मोहम्मद व अमोला सोनू कुमार ने कहा कि मॉडल गांव में चयन होने के बाद अब गांव की मूलभूत समस्याएं दूर हो जाएंगी। विशेषकर साफ-सफाई व्यवस्था दुरुस्त हो सकेगी।