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(गिरजा शंकर विद्यार्थी)
अंबेडकर नगर। आलापुर विद्युत केंद्र रामनगर की बिजली व्यवस्था पूर्ण रूप से ध्वस्त हो चुकी है जब से नए अधिकारी रामनगर विद्युत उपकेंद्र पर आए हैं तभी से बिजली व्यवस्था पूर्ण रूप से ध्वस्त चल रही है जबकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिजली कटौती पर सख्ती से पालन करने का अधिकारियों को दिशा निर्देश देते बराबर नजर आ रहे हैं लेकिन रामनगर विद्युत उप केंद्र के अधिकारियों कर्मचारियों पर जूं नहीं रेंग रहा है जबकि यह सख्त निर्देश है कि जिला मुख्यालय पर 24 घंटे तहसील मुख्यालय पर 22 घंटे ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली व्यवस्था सुनिश्चित की जाए उसके बावजूद भी लू एवं भीषण गर्मी से आम जनमानस बेहाल है जहांगीरगंज नगर पंचायत क्षेत्र होने के बावजूद भी पूरे दिन में कभी 2 घंटे बिजली नहीं रहती जिसका व्यापारियों में भारी आक्रोश है इस भीषण उमस भरी गर्मी में व्यापारी रहने को मजबूर हैं एक तरीके से देखा जाए तो बिजली विभाग द्वारा व्यापारियों का शोषण किया जा रहा है ऊपर से कमर्शियल कनेक्शन करके बिजली बिल बढ़ा दिए हैं जबकि मुख्यमंत्री का सख्त निर्देश है हर गांव शहर को पर्याप्त मात्रा में मिले बिजली जबकि उसका सीधा उल्टा रामनगर विद्युत उप केंद्र के अधिकारी एवं कर्मचारी कर रहे हैं क्षेत्र में लो वोल्टेज बिजली कटौती से आम जनमानस आहत है वैसे यहां देखा जाए तो अधिकारी रोस्टर का पालन ही नहीं कर रहे हैं यदि इस क्षेत्र में ट्रांसफार्मर जल गया तो उस गांव की बिजली हफ्ता 15 दिन गायब रहती है जिसका जीता जागता उदाहरण माडरमऊ है जिसमें बलि का बकरा बनाया गया एक संविदा पर रखा गया कर्मचारी एक्स ई एन साहब ने जो दिन रात एक कर के मॉडरमऊ फीडर की बिजली व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त करने में हमेशा तत्पर रहता था उपभोक्ता के एक फोन पर रात हो या दिन तुरंत हाजिर मिलता था जिससे जनता संतुष्ट रहती थी उसी कृष्ण कुमार दुबे उर्फ चश्मा को नौकरी से निकाल दिया गया जिसका क्षेत्रीय जनता में भारी आक्रोश हैं।