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गिरजा शंकर विद्यार्थी/भीटी अंबेडकर नगर। तहसील भीटी क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत अढनपुर में 72 बीघे तालाब का पट्टा देने के लिए तहसीलदार कार्यालय से विज्ञप्ति प्रकाशित की गई है शासन द्वारा बनाई गई व्यवस्था के अनुसार 2 हेक्टेयर से ऊपर के तालाब की नीलामी सिर्फ मछुआ समित को ही दी जा सकती है प्रदेश सरकार द्वारा बनाई गई नीति का ग्रामीणों ने विरोध किया है ग्रामीणों का कहना है संपत्ति हमारे गांव की और उस पर मौज करें कोई बाहरी व्यक्ति जिस पर कानूनन हमारा अधिकार है।उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि ग्राम पंचायत के तालाब ग्राम पंचायत के निवासियों को आवंटित किए जाएं।जिससे ग्राम पंचायत के लोगों का भला हो सके शासन की व्यवस्था से नाराज मछुआ समुदाय के हीरालाल निषाद अरविंद निषाद पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य अजय सिंह वर्तमान क्षेत्र पंचायत सदस्य नंदलाल सहित 3 दर्जन से अधिक लोगों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को प्रार्थना पत्र भेजकर मामले में न्याय करने की मांग की है गांव के लोगों का कहना है कि मछुआ समुदाय के लोग समिति के नाम पर पट्टा लेकर तालाब को अलग से नीलाम कर रहे हैं और उससे कुछ चंद लोग पैसे कमा रहे हैं इससे मछुआ समुदाय में आने वाली जातियों या गांव के अन्य ग्रामीणों का कोई भी भला नहीं हो रहा है इसलिए सरकार से इस व्यवस्था पर विचार करने और समिति को प्रति सदस्य के अनुसार 1 एकड़ से अधिक भूमि का पट्टा न दिए जाने की मांग की गई है।
दिए गए प्रार्थना पत्र में कहा गया है की प्रार्थी गण की ग्राम पंचायत में तालाब गाटा संख्या 674 मि0 रकबा2,286 हे0 गाटा संख्या 783 मि0 रकबा2,701हे0 व गाटा संख्या795 मि0 रकबा2.238 हेक्टेयर की नीलामी हेतु 5 /7 /2023 को दिया गया है प्रार्थी गण को पता चला है कि इतने बड़े तालाब की नीलामी मछुआ समिति ही ले सकती है प्रार्थी गण की ग्राम पंचायत में कोई मछुआ समिति नहीं है लेकिन मछुआ समुदाय से ताल्लुक रखने वाले 50 से अधिक परिवार हैं अनुसूचित जाति के सैकड़ों गरीबपरिवार भी गांव में रहते हैं इनके अलावा अन्य जातियां जिसमें मुसलमान कोहार कहार बढई लोहार मौर्य कुर्मी राजपूत ब्राह्मण नाई बनराजा आदि जातियों के लोग भी इस गांव में रहते हैं इस तालाब से गांव की आधी आबादी को मछली के रूप में पौष्टिक आहार और मछली बेचने और तीनी चावल निकालने से जीविका पार्जन होता है ऐसी दशा में यदि ग्राम वासियों के हित को अनदेखा करके किसी बाहरी समिति को तालाब का पट्टा दिया गया तो तमाम गरीब परिवारों का पौष्टिक आहार बंद हो जाएगा। पौष्टिक आहार में मिलने की दशा में गरीबो और उनके बच्चों में कुपोषण उत्पन्न हो जाएगा। जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी उल्लेखनीय है कि समिति पट्टा लेकर मछली माफियाओं को बेच दे रही है यह स्वयं रोजगार नहीं कर रही है समितियां माफिया का कार्य कर रही है प्रार्थी गण की गंभीर समस्या को देखते हुए ग्राम पंचायत के तालाब को राजस्व अभिलेखों में छोटा छोटा करके ग्राम वासियों को ही पट्टा दिया जाए ताकि गरीब तबके के लोगों का गुजारा चल सके। प्रार्थना पत्र देने वालों में हीरालाल निषाद व शंभू निषाद अरविंद निषाद नंदलाल क्षेत्र पंचायत सदस्य अढनपुर बसंत निषाद राम मोहन विश्वकर्मा जगदीश विजय शिल्पी सिंह चंद्र प्रकाश निषाद अशोक कुमार आदि का कहना है कि हमारे ग्राम पंचायत अढनपुर में मछुआ समुदाय के लोग हैं और बाहरी समिति को पट्टा न दिया जाए ग्राम वासियों का कहना है कि बाहर की समिति नीलामी को स्थगित किया जाए और ग्राम पंचायत अढनपुर के ग्रामीणों के हक मैं फैसला किया जाए।