शरीर द्वारा किए हुए चोरी, डकैती, व्यभिचार, अपहरण, हिंसा, आदि में मन ही प्रमुख है। हत्या करने में हाथ का कोई स्वार्थ नहीं है वरन् मन के आवेश की पूर्ति है, इसलिए इस प्रकार के कार... Read more
महत्त्वपूर्ण सफलताएँ न तो भाग्य से मिलती हैं और न सस्ती पगडण्डियों के सहारे काल्पनिक उड़ानें उड़ने से मिलती हैं। उसके लिए योजनाबद्ध अनवरत पुरुषार्थ करना पड़ता है। योग्यता बढ़ाना, स... Read more
श्रीकृष्ण भगवान द्वारिका में रानी सत्यभामा के साथ सिंहासन पर विराजमान थे, निकट ही गरुड़ और सुदर्शन चक्र भी बैठे हुए थे। तीनों के चेहरे पर दिव्य तेज झलक रहा था। . बातों ही बातों... Read more
परमात्मा का प्रेम पूर्ण है, पवित्र है (१) मनुष्य के जीवनोद्देश्य का जितनी गहराई से अध्ययन करें उतना ही यह स्पष्ट हो जाता है कि “अतिशय आनन्द” ही उसकी मूलभूत आकाँक्षा या जीवन का लक्ष्य... Read more
शिवलिंग पर भूलकर भी न चढ़ाएं ऐसा बेलपत्र, नहीं तो हो सकता है विनाश वाराणसी: भगवान शंकर के पूजन और विवाह का पर्व महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2023) 18 फरवरी को मनाई जाएगी. इस दिन शिवभक्त अपने... Read more
आग के बिना न भोजन पकता है,न सर्दी दूर होती है और न ही धातुओं का गलाना- ढलाना सम्भव हो पाता है। आदर्शों की परिपक्वता के लिए यह आवश्यक है कि उनके प्रति निष्ठा की गहराई कठिनाइयों की कस... Read more