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लोकसभा चुनाव के लिए लागू आदर्श चुनाव आचार संहिता समाप्त होते ही सभी विभागों के कामकाज में तेजी लाने के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों का असर दिखाई देने लगा है। पिछले चार दिनों में पुलिस विभाग में एक तरफ जहां एनकाउंटर की गूंज सुनाई दी, वहीं लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई भी हुई।
चार दिनों में बदमाशों के साथ मुठभेड़ की 16 घटनाओं में दो अपराधी मारे गए, वहीं 14 घायल हो गए। डीजीपी मुख्यालय के निर्देश पर विभिन्न जिलों में कुल 61 पुलिसकर्मी या तो निलंबित किए गए या फिर लाइन हाजिर किए गए। इसके साथ ही विभाग में प्रोन्नति के आदेश भी जारी किए गए।
गृह विभाग ने 53 अपर पुलिस अधीक्षकों (एएसपी) को वरिष्ठ वेतनमान में प्रोन्नति देने का आदेश जारी किया तो डीजीपी मुख्यालय ने 643 हेड कांस्टेबल को सब इंस्पेक्टर पद पर प्रोन्नत करने का आदेश जारी किया। ये दोनों प्रोन्नति आदेश आदर्श चुनाव आचार संहिता के कारण जारी नहीं हो पा रहे थे। पुलिस ने बिहार के एक कुख्यात वांछित अपराधी निलेश राय को गत पांच जून को एक मुठभेड़ में मार गिराया। निलेश पर बिहार में सवा दो लाख रुपये का इनाम घोषित था। वह बिहार के बेगुसराय जिले का रहने वाला था। उसे यूपीएसटीएफ और बिहार एसटीएफ के संयुक्त आपरेशन में यूपी के मुजफ्फरनगर क्षेत्र में मार गिराया गया।
इससे पहले चार/पांच जून की रात में जौनपुर पुलिस ने एक लाख के इनामी प्रशांत सिंह उर्फ प्रिंस को जिले के खेतसराय थाना क्षेत्र में एक मुठभेड़ में मार गिराया। वह पिछले सात साल से फरार चल रहा था। अभी हाल ही में उसने शाहगंज थाना क्षेत्र में पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की गोली मारकर हत्या कर दी थी। मुठभेड़ की अन्य घटनाओं में पुलिस ने 14 वांछित व इनामी अपराधियों को गिरफ्तार किया। इससे पहले एक जून को भी मथुरा में मनोज नाम के 50 हजार के एक इनामी अपराधी को मुठभेड़ में मार गिराय गया था।