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अंबेडकर नगर। (आशा भारती नेटवर्क) एक पक्षीय बात और सुनवाई न होने की वजह से मां की हृदयाघात से मौत का आरोप लगाते हुए पीड़ित ने कोतवाली में तहरीर देकर मामले में कार्रवाई की गुहार लगाई है।
जलालपुर नगर के छाछू मोहल्ला निवासी मनीष कुमार सोनी पुत्र स्वर्गीय श्रीश चंद्र सोनी ने कोतवाली जलालपुर में तहरीर देते हुए आरोप लगाया है कि मेरी पुश्तैनी जमीन जो कि मेरी माता रामा सोनी एवं मैं मनीष कुमार सोनी और मेरे भाई पीयूष कुमार सोनी के नाम दर्ज है। जिसका बैनामा हम तीनों ने मिलकर स्वेता मिश्र पत्नी रजनीश मिश्र ( काशी मिश्र ) के नाम से बाउंड्री करवा कर दिनांक 22 अक्टूबर 2022 को रजिस्टर कर दिया गया था।
बैनामा होने के दस दिन बाद वो भूमि पूजन करवाए जिसके दो से तीन दिन बाद वो मेरे पास आकर बोले कि आपकी भूमि विवादित है आप हमारा पैसा वापस कर दीजिए और हम आपका जमीन आपको दुबारा बैनामा करके वापस कर देंगे। मेरे और उनके बीच जमीन का सौदा (₹ 29,50,000) में तय हुआ था जिसमें से उनके द्वारा बैनामा के समय पर हम तीनों के खाते में
(₹ 5,50,000) अलग अलग कुल मिलाकर (₹ 16,50,000) दिया गया बाकी का पैसा एक महीने के बाद या दाखिल ख़ारिज के बाद देने के लिए बात हुईं थी।
जो कि बाकी पैसा हमें नहीं दिए और जमीन का बैनामा वापस करने के लिए कहने लगे और हमें धमकाने लगे, जिसके बाद मैने उन्हें ₹ 13,50,000 वापस उन्हें दे दिया जिसका प्रमाण मेरे पास है।
लगातार इस प्रकार की धमकी मिलने के बाद ही मेरी माता रामा सोनी को हाइपर टेंशन हो गया और वो इन सब बातों को सोच सोच कर परेशान होने लगी कि न अब पैसा मिल पाएगा और न ही जमीन।
कुछ दिन बाद ही उन्हें हाइपर टेंशन की वजह से हार्ट अटैक आ गया जिसका इलाज कुछ दिनों तक राम मनोहर लोहिया अस्पताल लखनऊ में चला और उसके बाद फिर से अटैक आया जिसका इलाज तब से ही डिवाइन हॉस्पिटल लखनऊ से लगातार चल रहा है।
इसके बाबत मैने अपने स्थानीय थाना कोतवाली जलालपुर में दिनांक 11 अगस्त 2024 को शिकायत किया लेकिन काफ़ी पंचायत के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई न ही हमें किसी भी प्रकार का मदद मिला और हमारे द्वारा बिना कोई शिकायत किए क्षेत्राधिकारी महोदय उपरोक्त प्रकरण को कोतवाली जलालपुर से अपने कार्यालय में स्थानांतरण करवा लिए और क्षेत्राधिकारी महोदय द्वारा तभी से ही एक पक्षीय बात हो रहा।
इन सब प्रकरणों के होने के बाद ही मेरी माता श्री माती रामा सोनी जी को दिनांक 22 अगस्त 2024 को मेजर हार्ट अटैक आ गया।
जिनका प्राथमिक इलाज डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल लखनऊ में हुआ।
वहां राहत न मिलने पर लगभग 22 दिन उनका इलाज़ डिवाइन हॉस्पिटल चिनहट लखनऊ में हुआ।
वहां पर भी आराम न होने के वज़ह से उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया जिसके बाद से ही उनका इलाज़ संजय गाँधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज लखनऊ (पीजीआई लखनऊ) से चल रहा था।
बीते मंगलवार 19 नवंबर 2024 को फिर से तबियत खराब हो गया, हमारे द्वारा उन्हें आनन फानन में पीजीआई लखनऊ ले जाया गया जहां पर उन्हें रेड जोन में भर्ती किया गया।
इलाज के दौरान ही कल 20 नवंबर 2024 को उनका देहांत हो गया।
जिसके संपूर्ण दोषी हमारे विपक्षी जन है। हमारे माता जी के साथ हुए अन्याय को देखते हुए हमारे विपक्षियों के विरूद्ध कठोरतम कार्यवाही करने की मांग किया।
जिससे स्वर्गीय माता को न्याय मिल सके।