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प्रिंस शर्मा संवाददाता
आलापुर अंबेडकर नगर। (आशा भारती नेटवर्क) जहांगीरगंज अन्तर्गत तिलक टांडा में 15 नवंबर को गांव में आई बारात में सपा नेता प्रेम प्रकाश पुत्र हरमुन के उकसावे एवं कहने पर परममित्र पप्पू सफाई कर्मी पुत्र रामधनी दीपू पुत्र रामधनी ,संतोष कुमार पुत्र रामधनी हरगिंद पुत्र फिरतू, रामचंद्र पुत्र फेरई,अजय पुत्र श्रीराम के द्वारा किया गया मारपीट का मामला तूल पकड़ता जा रहा हैं। विपक्षी गोलबंद होकर पीड़ित परिवार शनि कुमार पुत्र बुधई, भांजे रुपांशु,और बहन से हाथापाई कर लाठी डंडों से लहुलुहान कर दिया था।
आपको बता देंकि इसकी सूचना परिजनों ने डायल 112 पर दी मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को किसी तरह शांत करवाया।घायल शनि कुमार को सीएचसी जहांगीरगंज लाया गया।हालत में सुधार न होने पर डॉक्टरों ने जिला अस्पताल रिफर कर दिया जहां पीड़ित का इलाज हुआ। हालत में सुधार होने पर पीड़ित थाने तहरीर दी , उक्त मामले की जानकारी पीड़ित थाने जाकर लेना चाहा जहां पर थानाध्यक्ष अजय प्रताप यादव ने डांटकर भगा दिया। उच्च प्रशासनिक अधिकरियों की धज्जियां उड़ रही हैं। थाना जहाँगीरगंज पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मूक दर्शक बनी हुई है। जिले के उच्च अधिकारियों की बातों को नजरंदाज किया जा रहा हैं जहाँगीरगंज थाना प्रभारी अजय प्रताप यादव 4 नम्बर हल्का दरोगा प्रमोद कुमार खरवार व दरोगा राधेश्याम यादव एंव क्षेत्रिय सिपाही मनमानी व लापरवाही बरत रहे हैं परेशान पीड़ित परिवार के साथ हो रही घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।अपनों पर रहम पप्पू सफाई कर्मचारी सपा नेता प्रेम प्रकाश, गैरों पर सितम का नजारा देखने को मिल रहा है उक्त थाना जहांगीरगंज क्षेत्र के अंतर्गत गाँव तिलक टांडा में देखने को मिल रहा है। सूचना मिलने के बाद थाना जहाँगीरगंज पुलिस प्रशासन लगातार हीला हवाली कर रही है। सूत्र बताते हैं कि जिलाधिकारी अविनाश सिंह एंव पुलिस अधीक्षक महोदय, आलापुर क्षेत्राधिकारी राम बहादुर सिंह की साफ छवि को धूमिल करने में लगे हुए हैं
22 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक पीड़ित परिवार का मुकदमा नहीं दर्ज हो सका। वही जिस व्यक्ति ने बारात में जमकर मारपीट व तांडव किया प्रशासन ने उसके खिलाफ मुकदमा नहीं पंजीकृत किया, पीड़ित परिवार के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कर दिया। प्रशासन भी कोई बड़ी घटना के इंतजार में है। पीड़ित ने तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई है,अभी तक विपक्षियों के ऊपर कोई कार्यवाही नहीं हो सका। विपक्षियों के हौसले बुलंद हैं, प्रशासन भी मूकदर्शक बना हुआ है पीड़ित परिवार दर-दर की ठोकरें खाने पर मजबूर है। लगातार पीड़ित परिवार को धमकियां भी मिल रही है,मिली धमकियों की जानकारी पीड़ित परिवार ने थानाध्यक्ष को फोन पर दी है। पीड़ित परिवार काफी डरा-सहमा हुआ हैं। जहांगीरगंज थाने की यह आम बात हो चुकी है पीड़ित अपनी फरियाद लेकर थाने जाता है तो थानाध्यक्ष पीड़ित परिवार के ऊपर ही मुकदमा दर्ज कर देते हैं।