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प्रसूताओं को 48 घंटे चिकित्सालय मे ठहरने एवं शुद्ध पौष्टिक भोजन हेतु सभी अधीक्षकों को डीएम ने किया निर्देशित
अंबेडकर नगर 1 फरवरी 2025। (आशा भारती नेटवर्क) राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत संचालित गतिविधियों की मासिक समीक्षा हेतु जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक दिनॉक 31 जनवरी 2025 को कलेक्ट्रेट सभागार मे जिलाधिकारी अविनाश सिंह की अध्यक्षता मे आहूत की गयी । बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, एस०एम०ओ० एन०पी०एस०पी०, डी०एम०सी० एस०एम० नेट, बेसिक शिक्षा अधिकारी,स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी, बी०पी०एम०, बी०सी०पी०एम० तथा संबंधित विभाग के अधिकारी /कर्मचारी उपस्थित रहे।
बैठक मे नियमित टीकाकरण कार्यक्रम, जननी सुरक्षा योजना, जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम, मातृ मृत्यु, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, परिवार नियोजन, ग्राम स्वस्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति, रोगी कल्याण समिति, जन आरोग्य समिति, दवाओं की उपलब्धता, एच०बी०एन०सी० कार्यक्रम, आशा योजना, आयुष्मान भारत योजना, अन्धता निवारण कार्यक्रम, क्षयरोग निवारण कार्यक्रम, ट्रान्सपोर्ट सर्विसेज आदि की समीक्षा की गयी।
समीक्षा के दौरान ट्रान्सपोर्ट सर्विसेज के अन्तर्गत 102 एम्बूलेंस सेवा वाहनों द्वारा गर्भवती को घर से ले आने एवं अस्पताल से घर तक छोड़ने के फेरों मे असमानता पाये जाने पर जिलाधिकारी महोदय, द्वारा नाराजगी व्यक्त की गयी तथा एम्बूलेंस प्रभारी को समस्त अभिलेखों एवं एम्बूलेंस वाहन परीक्षण हेतु कलेक्ट्रेट परिसर में निर्धारित तिथि एवं समय पर उपस्थित होने हेतु निर्देशित किया गया। नवीन स्वीकृत उपकेन्द्रों के संचालन हेतु किराये के भवन की व्यवस्था अतिशीघ्र करने हेतु सभी अधीक्षकों को निर्देशित किया गया। जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रसूताओं को 48 घंटे चिकित्सालय मे ठहरने एवं शुद्ध पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने हेतु समस्त अधीक्षकों को निर्देशित किया गया।
बैठक के अन्त मे जिलाधिकारी महोदय, द्वारा उपस्थित सदस्यों सहित राष्ट्रीय क्षयरोग नियंत्रण कार्यक्रम के सफल कियान्वयन हेतु *टीबी मुक्त भारत” के लिए शपथ* लिया गया ।
मैं अपने राज्य / केंद्र शासित प्रदेश में टीबी का उन्मूलन करने और अपने राज्य / केंद्र शासित प्रदेश के लोगों के बीच टीबी के प्रति जागरूकता बढ़ाने की दिशा में कार्य करने की अपनी वचनबद्धता को दोहराता/दोहराती हूँ।
मैं टीबी से प्रभावित लोगों और परिवारों को उत्तम स्वास्थ्य सेवाएं मिले. इसके लिए प्रतिबद्ध हूँ। मैं यह भी सुनिश्चित करूँगा/करूँगी कि वे लोग फिर से स्वस्थ और सम्मानित जीवन जी सकें।
मैं सत्यनिष्ठा से प्रण लेता/लेती हूँ कि टीबी के उपचार को और भी सुलभ कराने के लिए अपने राज्य/केंद्र शासित प्रदेश के सरकारी संस्थानों जनप्रतिनिधियों और सभी हितधारकों के साथ मिलकर काम करूँगा/करूँगी।
मै टीबी मुक्त भारत अभियान को सफल बनाने में सहयोग करूँगा / करूँगी; जो मेरे राज्य / केंद्र शासित प्रदेश को टीबी मुक्त बनाएगा।
#टीबी हारेगा देश जीतेगा।