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- 👉डॉ प्रिया सिंह अपने मृदुल व्यवहार एवं मरीज के प्रति लगाव के नाते जानी जाती है क्षेत्र में अपनी प्रतिभा से एक अलग पहचान बनाई हैं।
गिरजा शंकर गुप्ता/अंबेडकर नगर। (आशा भारती नेटवर्क) महामाया राजकीय मेडिकल कॉलेज सद्दरपुर ने एक बार फिर अपनी उत्कृष्ट चिकित्सा सेवा का परिचय दिया है। 12 मार्च 2025 को सुबह 7:00 बजे स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में 26 वर्षीय गर्भवती महिला को गंभीर स्थिति में भर्ती कराया गया। महिला 37 सप्ताह की गर्भवती थी और प्रीक्लेम्पसिया (गर्भावस्था के दौरान हाई ब्लड प्रेशर) से पीड़ित थी, जो मां और बच्चे दोनों के लिए घातक हो सकता है।डॉक्टरों ने तुरंत ऑपरेशन का निर्णय लिया, जो सुबह 9:00 बजे शुरू हुआ। ऑपरेशन के दौरान पता चला कि महिला को प्लेसेंटा इनक्रेटा नामक दुर्लभ और गंभीर समस्या थी, जिसमें प्लेसेंटा गर्भाशय की दीवार से गहराई तक चिपक जाता है। इस स्थिति में अत्यधिक रक्तस्राव होने का खतरा था, जिससे महिला की जान भी जा सकती थी। स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने तत्काल हिस्टेरेक्टॉमी (बच्चेदानी निकालने का ऑपरेशन) करने का निर्णय लिया। मरीज के परिजनों को स्थिति की गंभीरता से अवगत कराते हुए आवश्यक रक्त की व्यवस्था की गई। तत्पश्चात, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के सहायक आचार्य डॉ. सचिन सिद्धू, डॉ. प्रिया सिंह, डॉ. कुलसुम जेहरा, नर्सिंग स्टाफ अनीता सिस्टर, निश्चेतना विभाग के नोडल अधिकारी डॉ. राणा प्रताप, सहायक आचार्य डॉ. राकेश चंद्र वर्मा, सीनियर रेजिडेंट डॉ. मनीष त्रिपाठी, डॉ. सच्ची, एवं स्टाफ राजाराम आदि की टीम ने सफल ऑपरेशन कर जच्चा और बच्चा दोनों की जान बचाई। प्रधानाचार्य डॉ. आभास कुमार सिंह के नेतृत्व में मेडिकल कॉलेज लगातार नई ऊंचाइयों को छू रहा है। उनकी देखरेख में अस्पताल में जटिल चिकित्सा प्रक्रियाओं का सफलता पूर्वक संचालन किया जा रहा है। फिलहाल, महिला और नवजात शिशु दोनों स्वस्थ हैं।