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विधायक और पत्नी की मुलाकात पर सनसनीखेज खुलासा, जेल से ही गया लखनऊ फोन फिर..
चि त्रकूट। जिला जेल में बंद विधायक अब्बास त्रकूट अंसारी को जेल से भगाने की साजिश को लेकर उसकी पत्नी निखत बानो के साथ और कौन कौन से लोग शामिल रहे, इसके तथ्यों को पुलिस अधिकारियों ने अभी तक उजागर नहीं किया है।
अभी जेल के 8 अधिकारी कर्मचारी निलंबित हुए हैं, जबकि गिरफ्तारी के नाम पर मात्र उसके चालक को ही गिरफ्तार किया है। इसको लेकर कई तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं कि आखिर अकेली उसकी पत्नी कैसे इतनी बड़ी साजिश रच सकती है। इसमें कई और लोग पर्दे के पीछे शामिल हैं। जिनकी तलाश की जा रही है।
जेल के मेन गेट के पास पुलिस चौकी बनी हुई है। इस चौकी में आने जाने वालों पर नजर रखी जाती है। जो भी जेल के अंदर आता जाता है उसकी तलाशी भी मेन गेट पर ली जाती है।
जिला जेल में बंद विधायक अब्बास अंसारी व उसकी पत्नी निखत की नियम के विरुद्ध जेल के अंदर अक्सर होने वाली मुलाकातों को लेकर सिर्फ जेल के अधिकारी ही नहीं बल्कि कई और सफेदपोश और जिम्मेदारों पर सवाल उठ रहे हैं।
डीजी जेल समेत पुलिस की गठित एसआईटी की इन सब पर नजर है। अगर यह सच है कि निखत कई दिनों से जेल आती रही और शहर में ही किराये के घर में कई अन्य परिजनों के साथ रहती रही तो इसे लेकर खुफिया तंत्र पर भी सवाल उठ रहे हैं। रगौली जेल में प्रमुख गेट के सामने एक पुलिस चौकी बनाई गई है, जिसमें दिन रात पुलिस कर्मियों की ड्यूटी रहती है। दो जवान भी गेट के पास खड़े रहते हैं। यदि कोई वहां पहुंचता है तो उससे जरूर पूछतांछ करते हैं। जेल में आने जाने वालों के वाहन नंबर चौकी में दर्ज किए जाते हैं।
विधायक अब्बास अंसारी की पत्नी निखत बानो जेल जाने से पहले चित्रकूट जिले के मुख्यालय के एक मकान में किराये पर रहती थी। बताया गया है कि इसी घर में उसका वाहन चालक के अलावा एक साल का बेटा, एक सीनियर महिला व दो अन्य लोग रहते थे। इसमें निखत बानो के साथ एक महिला भी थी। इनके पास दो वाहन थे। एक वाहन से निखत जेल जाती थी, दूसरा घर के पास ही खडा रहता था।
जेल से भगाने की साजिश में निखत के जेल के बाहर के सहयोगियों की भी तलाश की जा रही है। यह तय है कि विधायक का नेटवर्क जिले में फैल चुका था। उनके परिजनों को किराये पर मकान दिलाने, कई सुविधाएं उपलब्ध कराने और जेल अधिकारियों तक से मिलाने के काम में स्थानीय लोगों का सहयोग रहा है। इसके अलावा जेल गेट पर मौजूद पुलिस चौकी के ड्यूटीरत सिपाहियों से लेकर जेल के दो गेटों पर तलाशी लेने वाले सिपाहियों पर भी संदेह की सुई अटकी है। पूरे मामले में डीआईजी जेल शैलेंद्र कुमार मैत्रेय का कहना है कि प्राथमिक जांच रिपोर्ट शासन को सौंप दी गई है।
किराये के घर की निगरानी
शहर के हाइवे किनारे कपसेठी के पास जिस घर में निखत बानो व उसके परिजनों ने किराये में लिया था। उसमें सोमवार को बाहर से ताला लग गया है। मकान मालिक का कहना है कि अब इस घर में कोई नहीं है। रविवार तक इसमें दो सदस्य थे जो शाम को बिना कुछ बताए चले गए हैं। इस घर की पुलिस भी निगरानी कर रही है। यहां आने जाने वालों पर नजर रखे है।
एक बार और हुई थी शिकायत
जेल में विधायक अब्बास व पत्नी निखत के नियमों की अनदेखी कर आए दिन मिलने की शिकायत पहले भी हुई थी। इसी तरह जेल से ही लखनऊ फोन गया था, लेकिन जैसे ही अधिकारी पहुंचे तो अब्बास बैरक में आ चुका था और निखत बाहर निकल चुकी थी। सूत्रों की मानें तो इसके बाद सावधानी बरतते हुए जैसे ही शुक्रवार को बैरक से विधायक अब्बास को लेकर एक वार्डन निकला तो उसके 15 मिनट बाद फिर से फोन कॉल के बाद सब सतर्क हुए थे और निखत को नियमों की अनदेखी में पकड़ लिया था।
अभी नहीं हो सकी विधायक की शिफ्टिंग
जिस जेल में विधायक से मिलने उसकी पत्नी 300 किलोमीटर दूर से आती थी, अब उसी जेल में बंद है। दोनों अलग-अलग बैरक में बंद हैं। अब दोनों एक-दूसरे से बात करने और देखने को तरसते हैं। वेलेंटाइन डे पर भी दोनों की बातचीत मुश्किल है। गौरतलब है कि शुक्रवार को पकड़े जाने के पूर्व दोनों की 14 फरवरी वेलेंटाइन डे के दिन ही अगली मुलाकात का वादा था। दोनों को अब अलग-अलग जेल में भेजा जाना है। इसे लेकर मंथन जारी है।