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सांकेतिक तस्वीर |
(आशा भारती नेटवर्क)
लखनऊ, 30 जून 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक सनसनीखेज और खतरनाक साजिश का पर्दाफाश हुआ है, जिसने पुलिस और खुफिया एजेंसियों को हाई अलर्ट पर ला दिया है। फूलपुर थाना क्षेत्र में एक संगठित गिरोह द्वारा 15 वर्षीय दलित नाबालिग लड़की को अगवा कर, धर्म परिवर्तन और आतंकी गतिविधियों में शामिल करने की कोशिश का मामला सामने आया है। इस मामले में दो मुख्य आरोपियों, 19 वर्षीय दरकशा बानो और मोहम्मद कैफ, को प्रयागराज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
साजिश का खुलासा
यह चौंकाने वाला मामला तब सामने आया जब फूलपुर के लिलहट गांव की एक 15 वर्षीय दलित लड़की 8 मई को स्थानीय कोटेदार की शादी में गई और वहां से लापता हो गई। पीड़िता की मां, गुड्डी देवी, ने 28 जून को फूलपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई कि उनकी बेटी को गांव की ही रहने वाली दरकशा बानो ने बहला-फुसलाकर अगवा कर लिया है।
शिकायत में यह भी उल्लेख था कि लड़की को जबरन धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जा रहा है। इसके बाद, पीड़िता के परिवार को अज्ञात नंबरों से धमकी भरे कॉल्स भी आए, जिसने मामले की गंभीरता को और बढ़ा दिया।
साजिश का ताना-बाना
पुलिस जांच में पता चला कि यह साजिश सुनियोजित थी और एक संगठित गिरोह द्वारा संचालित की जा रही थी। आरोपी मोहम्मद कैफ ने नाबालिग लड़की को बाइक से प्रयागराज जंक्शन तक पहुंचाया, जहां उसने कथित तौर पर छेड़छाड़ भी की। इसके बाद, दरकशा बानो ने लड़की को ट्रेन के जरिए पहले दिल्ली और फिर केरल ले गई।
केरल के त्रिशूर में पीड़िता को कुछ संदिग्ध व्यक्तियों से मिलवाया गया, जिन्होंने पैसे का लालच देकर उसका ब्रेनवॉश करने की कोशिश की। जब लड़की ने इसका विरोध किया, तो उस पर जबरन धर्म परिवर्तन और जिहादी गतिविधियों में शामिल होने का दबाव डाला गया।
पीड़िता की हिम्मत
इस खौफनाक साजिश से घबराई नाबालिग लड़की ने हिम्मत दिखाते हुए आरोपियों के चंगुल से भागने में सफलता हासिल की। वह केरल के त्रिशूर रेलवे स्टेशन पहुंची, जहां स्थानीय पुलिस ने उसकी हालत देखकर पूछताछ की और प्रयागराज पुलिस को सूचित किया। फूलपुर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए लड़ pirita को सुरक्षित वापस लाया और चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (CWC) के निर्देश पर उसे वन स्टॉप सेंटर, प्रयागराज में रखा गया।
पुलिस की कार्रवाई
प्रयागराज पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दरकशा बानो और मोहम्मद कैफ को गिरफ्तार कर लिया। दोनों के खिलाफ अपहरण, छेड़छाड़, धमकी, और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों से संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। गंगानगर जोन के डीसीपी कुलदीप सिंह गुनावत ने बताया कि यह गिरोह विशेष रूप से गरीब और दलित नाबालिग लड़कियों को निशाना बनाता था।
उन्होंने कहा कि यह एक संगठित मॉड्यूल है, जिसमें कई महिलाएं और अन्य लोग शामिल हैं। इसकी जड़ें उत्तर प्रदेश से केरल तक फैली हो सकती हैं। पुलिस ने इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए तीन विशेष टीमें गठित की हैं, और डिजिटल फोरेंसिक जांच के जरिए दरकशा के कॉल रिकॉर्ड्स और सोशल मीडिया अकाउंट्स की छानबीन की जा रही है।
व्यापक जांच और सवाल
इस मामले ने पूरे उत्तर प्रदेश में हड़कंप मचा दिया है। खुफिया एजेंसियां और एटीएस (आतंकवाद निरोधी दस्ता) भी इस साजिश की गहन जांच में जुट गई हैं। प्रारंभिक जांच में संदेह जताया जा रहा है कि यह गिरोह पहले भी कई नाबालिग लड़कियों को अपना शिकार बना चुका है। डीसीपी गुनावत ने बताया कि इस मॉड्यूल का संभावित पाकिस्तान कनेक्शन और अन्य राज्यों में इसके नेटवर्क की जांच की जा रही है।
सामाजिक और राजनीतिक प्रतिक्रिया
इस खुलासे ने स्थानीय समुदाय और हिंदू संगठनों में आक्रोश पैदा कर दिया है। कई संगठनों ने इस तरह की साजिशों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। यह मामला न केवल धर्म परिवर्तन बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा होने के कारण संवेदनशील हो गया है।
पुलिस और प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है, साथ ही यह आश्वासन दिया है कि सभी दोषियों को जल्द से जल्द कानून के दायरे में लाया जाएगा। प्रयागराज में सामने आई यह साजिश एक बार फिर उन खतरनाक ताकतों की ओर इशारा करती है जो युवा और कमजोर वर्ग को निशाना बनाकर देश की सुरक्षा को चुनौती दे रही हैं।
इस मामले ने यह भी उजागर किया है कि कैसे संगठित गिरोह सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर समुदायों को निशाना बनाते हैं। पुलिस और खुफिया एजेंसियों की सतर्कता और पीड़िता की हिम्मत ने इस साजिश को नाकाम कर दिया, लेकिन यह घटना समाज और प्रशासन के लिए एक बड़ा अलार्म है।
इस लेख में प्रयुक्त सभी सूचनाएं उपलब्ध मीडिया रिपोर्ट्स, पुलिस सूत्रों और प्रारंभिक जांच के आधार पर दी गई हैं। हमारा उद्देश्य केवल पाठकों को सतर्कता और जागरूकता प्रदान करना है, न कि किसी समुदाय, धर्म, या समूह को निशाना बनाना या उनके प्रति पूर्वाग्रह फैलाना।