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अंबेडकरनगर 31 अक्टूबर 2025। (आशा भारती नेटवर्क) जिलाधिकारी अनुपम शुक्ला द्वारा राजकीय मेडिकल कालेज परिसर के अन्तर्गत नर्सिंग कालेज के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया गया। निर्माण कार्य की कार्यदायी संस्था उ०प्र० राजकीय निर्माण निर्माण लि0, 21-अ, लखनऊ है। निरीक्षण के समय इकाई के स्थानिक अभियन्ता द्वारा अवगत कराया गया कि परियोजना के अन्तर्गत बी०एस०सी (60 वार्षिक सीट) नर्सिंग कालेज के जी +3 भवन, लेक्चर हॉल एवं मल्टीपर्पज हॉल का निर्माण कार्य स्वीकृत है जिसमें सिविल कार्य के साथ आन्तरिक व बाह्य प्लम्बिंग कार्य, ओ०एच०टी०, बाह्य एवं आन्तरिक विद्युतीकरण, बाउण्ड्रीवाल एवं हार्टीकल्चर, फायर फाईटिंग एवं फायर अलार्म सिस्टम, लिफ्ट का कार्य, अन्य बाह्य स्थल विकास कार्य आदि कराया जाना प्रस्तावित है।

निरीक्षण के दौरान परियोजना प्रबन्धक श्री रवीन्द्र यादव अनुपस्थित रहे। उनके द्वारा अवगत कराया गया कि वह स्वास्थ्य कारणों से अस्पताल में हैं। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी को उनके द्वारा पूर्व में कोई सूचना नहीं दी गयी थी। यह परियोजना नियत सीमा से एक माह विलम्बित चल रही है एवं वर्तमान निर्माण स्थिति को देखते हुए मौके पर उपस्थित अधिशासी अभियन्ता, लोक निर्माण विभाग द्वारा बताया गया कि अभी 5-6 माह का कार्य और बचा हुआ है। यह स्थिति घोर आपत्तिजनक है।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा परियोजना के स्थानिक अभियन्ता को कहा गया कि सम्बन्धित फर्म को प्रतिदिन 100 श्रमिक लगाते हुए कार्य पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिये गये हैं परन्तु मौके पर मात्र 42 श्रमिकों का कार्यरत होना बताया गया।
स्थानिक अभियन्ता द्वारा बताया गया कि टाइमलाइन को बढ़वाये जाने का प्रयास किया जा रहा है। परन्तु यह सम्पूर्ण बिलम्ब सम्बन्धित फर्म भारद्वाज कांस्ट्रक्शन की लापरवाही एवं कार्यदायी संस्था की लचर कार्य प्रणाली के फलस्वरूप हुआ है। अतएव समयसीमा बढ़ाये जाने का कोई औचित्य नहीं है। इस हेतु फर्म पर एग्रीमेन्ट के अनुसार पेनाल्टी का प्रावधान कार्यदायी संस्था द्वारा अब तक कर दिया जाना चाहिए था परन्तु अभी तक किसी भी प्रकार की शास्ति, पर्ट चार्ट के अनुसार कार्य न करने के बाद भी, न प्रस्तावित करना घोर आपत्तिजनक है। निर्देश दिये गये कि एग्रीमेन्ट के अनुसार अर्थदण्ड प्रस्तावित करते हुए नोटिस निर्गत करके अवगत करायें। परियोजना हेतु धनराशि रू0 10.41 करोड़ अवमुक्त की गयी है परन्तु अब तक कार्यदायी संस्था द्वारा केवल रू0 4.09 करोड़ धनराशि व्यय कर 58 प्रतिशत भौतिक प्रगति जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आहूत समीक्षा बैठक दिनांक 10.10.2025 को बतायी गयी थी। पर्याप्त धनराशि उपलब्ध होने के बावजूद निर्माण कार्य में अपेक्षित प्रगति न किया जाना कार्यदायी संस्था की लचर प्रणाली एवं पर्यवेक्षणीय शिथिलता तथा फर्म के पूअर वर्कमैनशिप का द्योतक है। लेआउट के अनुसार लेक्चर थिएटर हाल 3 फ्लोर तक बनाया जाना है परन्तु मौके पर ग्राउण्ड फ्लोर भी पूर्ण नहीं है। आगणन में सेप्टिक टैंक एवं सोकपिट की व्यवस्था है निर्देश दिये गये कि इसकी जगह इसे मेडिकल कॉलेज की सीवेज लाइन में कनेक्ट किया जाये। कार्यदायी संस्था उ०प्र० राजकीय निर्माण निगम लि0, 21-अ, लखनऊ के द्वारा निर्मित करायी जा रही 03 परियोजनाएं एस०आई०टी० जांच में हैं एवं 03 परियोजनाएं एक साल से अधिक विलम्बित हैं जिसमें माननीय मुख्यमंत्री जी की घोषणा के अन्तर्गत पोषित परियोजना भी शामिल हैं।
यदि कार्यदायी संस्था द्वारा अपनी कार्य प्रणाली एवं ठेकेदारों का उचित पर्यवेक्षण नहीं किया गया तो यह परियोजना भी न सिर्फ विलम्बित होगी बल्कि इसकी लागत भी बढ़ जायेगी। निर्देश दिये गये कि अवशेष कार्यों को पूर्ण करने हेतु टाइमलाइन एवं मानव संसाधन का आंकलन करते हुए, पर्ट चार्ट प्रस्तुत करें, जिससे नियमित अनुश्रवण करते हुए इस परियोजना को शासन की मंशा के अनुरूप पूर्ण कराया जा सके।निरीक्षण के दौरान कार्यदायी संस्था के स्थानिक अभियन्ता, अधिशासी अभियन्ता, लोक निर्माण विभाग (प्रा०ख०), जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी व अन्य लोग मौके पर उपस्थित रहे।





