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रक्तदान करते समय डर का होना भी सही है!
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१. रक्तदान न करने पर किसी अपने को खोने का डर।
२. किसी दूसरे से रक्तदान करने के लिए कहने के बाद उसके जवाब में क्या आपने अभी तक रक्तदान किया यह पूछने का डर।
३. जब आप अपने परिवार के लिए रक्तदान नहीं कर रहे हैं तो मैं आपके लिए क्यों रक्तदान करूं इस प्रश्न का डर।
४. कभी जिन अपनों ने आपसे किसी के लिए रक्तदान के लिए बोला था और आपने उन्हें मना कर दिया था आज आज आपकी जरूरत पर उनसे रक्तदान करने के लिए ना कह पाने का डर।
बस डर ही तो है जिसने आज तक आपको रक्तदान करने से रोक रखा है बस इसी डर के सहारे आप जिए जा रहे हैं और इसी डर की वजह से न जाने कितनों ने अपनों को खोया होगा।
विशेष:-जो लोग यह कहते हैं कि भैया मेरे घर में कोई है नहीं या परिवार या रिश्तेदार या मित्र रक्तदान करने से मना कर रहे हैं उनके लिए बस इतना ही कहना चाहूंगा कि जब आपने कभी स्वयं किसी जरूरतमंद के लिए रक्तदान ही नहीं किया तो कोई आपकी क्यों मदद करेंगा, शुरुआत आपको करनी होगी तब उस स्थिति में आपके अपने भी आपके साथ अवश्य खड़े होंगे।
54वां रक्तदान रक्तमित्र सूरज गुप्ता प्रबंधक संकल्प मानव सेवा संस्था 183 वां रक्तदान रक्तवीरो के भीष्म पितामह प्रदीप इसरानी जी संरक्षक काशी रक्तदान नेत्रदान कुटुम्ब द्वारा किया गया।