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◾115 गांवों के सूर्यवंशी समाज के 1500 से अधिक प्रतिनिधि रहे शामिल।
जयप्रकाश गुप्ता/अयोध्या। (आशा भारती नेटवर्क) अयोध्या धाम रविवार को सूर्यवंशी क्षत्रिय समाज की भक्ति, आस्था और समर्पण का साक्षी बना। 500 वर्षों की प्रतीक्षा, संकल्प और तपस्या रविवार को उस समय पूरी हुई जब सूर्यवंशी क्षत्रिय समाज ने अपने आराध्य प्रभु श्रीराम के दर्शन किए। 115 गांवों के 1500 से अधिक सूर्यवंशीय क्षत्रिय समाज लता चौक पर एकत्र हुआ। यहां से भव्य शोभायात्रा निकाली गई। जो राम मंदिर तक गई। इसके बाद सभी ने सामूहिक रूप से रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई।सुबह से ही अयोध्या धाम में क्षत्रिय समाज के श्रद्धालु एकत्रित होने लगे।
लता मंगेशकर चौक पर सभी परंपरागत वेशभूषा में एकत्र हुए और वहां से भव्य शोभायात्रा निकाली गई। सिर पर पगड़ी, कंधे पर पीला रामनामा और जय श्रीराम के उद्घोष से गूंजती अयोध्या। इस माहौल ने हर किसी के मन में आस्था का संचार किया। जैसे ही श्रद्धालु राम मंदिर परिसर पहुंचे, संपूर्ण वातावरण जय श्री राम के उद्घोष से गूंज उठा। सूर्यवंशी क्षत्रिय समाज के लोगों ने अपने वंश परंपरा का स्मरण करते हुए भगवान श्री राम के चरणों में नतमस्तक होकर अपनी प्रतिज्ञा पूरी की। इस समूह में बच्चे, बूढ़े और महिलाएं भी शामिल थीं, जो रामलला के प्रति अपनी आस्था प्रकट कर निहाल नजर आ रहे थे।
विशाल समूह में सूर्यवंशी क्षत्रिय समाज के दोनों प्रमुख संगठनों के अध्यक्ष भी मौजूद थे। उन्होंने समाज के हजारों लोगों को एकत्र कर प्रभु श्री राम के दर्शन कराने की व्यवस्था सुनिश्चित की। अध्यक्ष सूर्यवंशी क्षत्रिय समाज के अध्यक्ष गुरु प्रसाद सिंह ने भावुक होकर कहा कि हमारा समाज सदियों से इस दिन की प्रतीक्षा कर रहा था। आज जब हमने प्रभु श्री रामलला के दर्शन किए, तो ऐसा लगा जैसे हमारा जीवन सफल हो गया।
लता मंगेशकर चौक पर पूर्व महापौर ऋषिकेश उपाध्याय व भाजपा महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव ने क्षत्रिय समाज का स्वागत किया। इस मौके पर ब्लाॅक प्रमुख संघ के जिला अध्यक्ष शिवेंद्र सिंह, बाबू भगवान बक्श सिंह, जंग बहादुर सिंह, अखंड प्रताप सिंह, शंभूनाथ सिंह दीपू, राजेश सिंह, लक्ष्मी सिंह, स्वाति सिंह, अनिल सिंह, प्रमोद सिंह, अभिषेक सिंह सहित अन्य मौजूद रहे।