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अंबेडकर नगर 10 सितम्बर 2025 (आशा भारती नेटवर्क) “समर्थ उत्तर प्रदेश – विकसित उत्तर प्रदेश @2047” अभियान के अंतर्गत आज दूसरे दिन विकासखंड अकबरपुर के सभागार में जन पहल एवं संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर शासन द्वारा नामित प्रबुद्धजनों—सेवानिवृत्त प्रमुख अभियंता सिंचाई एवं जल संसाधन श्री देवेंद्र अग्रवाल, सेवानिवृत्त निदेशक कृषि श्री आर. बी. सिंह, सेवानिवृत्त प्रोफेसर पं0 दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय श्री प्रदीप कुमार यादव तथा सेवानिवृत्त आईपीएस श्री शशिकांत तिवारी ने प्रतिभाग किया। जिनके द्वारा ग्राम प्रधानों, पंचायत सचिवों, स्वयं सहायता समूह की दीदियों, आशा वर्कर एवं एएनएम के साथ सीधा संवाद स्थापित कर उन्हें विकसित उत्तर प्रदेश @2047 की संकल्पना से जोड़ा गया तथा उनके महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त किए गए।
ग्राम पंचायतों के सुझाव : राजस्व सृजन और स्थानीय विकास पर बल
ग्राम प्रधानों ने अपने सुझाव साझा करते हुए कहा कि ग्राम पंचायतों में स्थित तालाबों की नीलामी का कार्य ग्राम पंचायत स्तर पर कराए और उससे होने वाली आय निबंध अनुसार सीधे पंचायतों को प्रदान की, जिससे स्थानीय विकास कार्यों में गति आए। साथ ही ग्राम पंचायतों की सार्वजनिक भूमि पर सरकार द्वारा दुकानों का निर्माण कराए जाने का सुझाव दिया गया, ताकि पंचायतों को स्थायी आय स्रोत प्राप्त हो सके।
स्वयं सहायता समूह की दीदियों ने रखी मांग : बेहतर मार्केटिंग और पैकेजिंग की सुविधा
स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने अपने सुझाव देते हुए कहा कि उनके उत्पादों को उचित बाजार मूल्य तभी मिल सकेगा जब उन्हें आधुनिक पैकेजिंग, ब्रांडिंग और मार्केटिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। इसके लिए एक मजबूत विक्रय प्लेटफार्म तैयार किया जाए, जिससे ग्रामीण उत्पाद सीधे उपभोक्ताओं तक पहुँच सकें और महिलाओं की आय में वृद्धि हो।
प्रबुद्ध जनों का संदेश : अर्थ शक्ति, सृजन शक्ति व जीवन शक्ति से बनेगा विकसित उत्तर प्रदेश
प्रबुद्धजनों ने कहा कि समर्थ, समृद्ध और आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश के निर्माण हेतु तीन प्रमुख स्तंभ—अर्थ शक्ति, सृजन शक्ति और जीवन शक्ति—का समुचित प्रयोग आवश्यक है। आमजन की सहभागिता को इस विजन का मूल आधार बताते हुए कहा गया कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चिन्हित 12 सेक्टरों (कृषि, पशुधन, औद्योगिक विकास, आईटी एवं टेक्नोलॉजी, पर्यटन, नगर विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा और सुरक्षा आदि) पर केंद्रित विचार साझा किए जा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि लोग क्यूआर कोड स्कैन कर सीधे शासन तक अपने सुझाव पहुँचा सकते हैं। उन्होंने जन सामान्य से अपील की कि अधिक से अधिक लोग क्यूआर कोड के माध्यम से सीधे ऑनलाइन अपने सुझाव सरकार को साझा करें।
इससे पूर्व प्रबुद्ध जनों ने जनपद स्थित श्रवण क्षेत्र धाम का भ्रमण कर धार्मिक एवं पौराणिक पर्यटन विकास की संभावनाओं का अवलोकन किया। तत्पश्चात एनटीपीसी टांडा का भी दौरा कर वहां उपस्थित लोगों से संवाद कर विजन 2047 हेतु उनके बहुमूल्य सुझाव संकलित किए गए।
इस कार्यक्रम में उपनिदेशक कृषि, जिला कृषि अधिकारी, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी, खंड विकास अधिकारी सहित अनेक अधिकारी उपस्थित रहे।