- जिलाधिकारी ने निर्माणाधीन केंद्रों को समयबद्ध पूर्ण करने के दिए निर्देश
- 38 आश्रय स्थलों में 5097 गोवंश संरक्षित, जिलाधिकारी ने सभी आश्रय स्थलों में तत्काल खाद निर्माण कार्य प्रारंभ करने के दिए निर्देश
- गो संरक्षण एवं संवर्धन हेतु जिलाधिकारी ने की अपील, लोगों से सहयोग राशि देने का किया आग्रह
अंबेडकर नगर। (आशा भारती नेटवर्क)
जिलाधिकारी अनुपम शुक्ला ने कलेक्ट्रेट सभागार में जनपद स्तरीय अनुश्रवण, मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति की बैठक की। बैठक मैं मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जनपद में कुल 38 स्थाई/अस्थाई केंद्र संचालित है जिसमें कुल 5097 गोवंश संरक्षित हैं। इसी के साथ उन्होंने बताया कि तीन गो संरक्षण केंद्र निर्माणाधीन हैं। जिसमें से निर्माणाधीन वृहद गो संरक्षण केंद्र सस्पना तहसील एवं ब्लॉक अकबरपुर का 90% कर पूर्ण कर लिया गया है, माह सितंबर 2025 के अंत तक इसका संपूर्ण कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। इस दौरान निर्माणाधीन वृहद गो संरक्षण केंद्र नगर पंचायत राजेसुल्तानपुर के कार्य में और तेजी लाने की निर्देश दिए गए, अधिशाषी अधिकारी नगर पंचायत राजे सुल्तानपुर ने बताया कि इस संरक्षण केंद्र का कार्य आगामी दो माह में पूर्ण कर लिया जाएगा। इसी के साथ ही निर्माणाधीन अस्थाई गो आश्रय स्थल रामकोला विकासखंड रामनगर में बाउंड्री वॉल के अतिरिक्त समस्त कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं, खंड विकास अधिकारी रामनगर ने बताया कि सितंबर माह के अंत तक संपूर्ण कार्य को पूर्ण कर लिया जाएगा। जिलाधिकारी ने रोजाना के प्रगति की समीक्षा करने हेतु भी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।
इस दौरान जिलाधिकारी ने गो आश्रय स्थलों के केयरटेकरों का भुगतान नियमित समय पर करने तथा सहभागिता योजना के अंतर्गत माह अगस्त के भुगतान को भी एक सप्ताह में करने हेतु मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया। बैठक में जिलाधिकारी ने समस्त गो आश्रय स्थलों में खाद बनाने के कार्य को तत्काल शुरू करने के निर्देश दिए। सभी आश्रय स्थलों में छोटे गो वंशों/बछड़ों–बछिया के साथ-साथ नर व मादा गोवंशों को रखने हेतु अलग-अलग बाड़े की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
बैठक में चारागाह की भूमि के प्रबंधन तथा चारा उत्पादन की स्थिति की समीक्षा के दौरान अवगत कराया गया कि 29 हेक्टेयर क्षेत्रफल में चारागाह की भूमि पर चारा का उत्पादन किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने इसके अतिरिक्त चिन्हित भूमियों पर चारे की बुवाई कराई जाने तथा उसकी सुरक्षा हेतु संबंधित खंड विकास अधिकारी को फेंसिंग करने के निर्देश दिए। इसी के साथ ही जिलाधिकारी ने गौशालाओं हेतु हरा चारा उत्पादन के लिए चारागाह भूमि की अतिरिक्त आवश्यकता के दृष्टिगत समस्त उप जिलाधिकारियों को अन्य गोचर की भूमि को चारा बुवाई हेतु उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए। इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा को आश्रय स्थलों में मूलभूत सुविधाओं के उपलब्धता की भी समीक्षा की गई। इस दौरान जिलाधिकारी ने एसएफसी पुलिंग को बढ़ाने के निर्देश दिए गए।
इस अवसर पर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जनपद में प्रत्येक बुधवार को संचालित सभी 38 को आश्रय स्थलों में “गो संवर्धन एवं गौ सेवा दिवस” का आयोजन किया जाता है जिसमें जनपद के सभी नोडल अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, खंड विकास अधिकारी, पशुधन प्रसार अधिकारी संबंधित ग्राम पंचायत सचिव व ग्राम प्रधान द्वारा प्रतिभाग किया जाता है।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि गो– संरक्षण एवं संवर्धन कोष खाता संख्या–6257000100042049 पंजाब नेशनल बैंक विकास भवन अकबरपुर आईएफएससी कोड– PUNB0625700 में खोला गया है। जिलाधिकारी ने लोगों से अपील की है कि गो संरक्षण एवं संवर्धन हेतु इच्छुक व्यक्ति उक्त खाता संख्या में अथवा उक्त खाता संख्या के क्यूआर, यूपीआई आईडी– 8765957947m@pnb के माध्यम से सहायता राशि प्रदान कर सकते है।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आनंद कुमार शुक्ला, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, एसपी सिटी, जिला पंचायत राज अधिकारी, डीसी मनरेगा, सूचना अधिकारी आदि सहित समिति के अन्य सदस्य एवं पशुचिकित्सक उपस्थित रहे।