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- बांस-बल्ली पुल बह जाने से ग्रामीणों को रोजाना लंबी दूरी तय करनी पड़ती है, प्रशासन पर निर्माण में सुस्ती का आरोप
अंबेडकर नगर। (आशा भारती नेटवर्क) अकबरपुर ब्लॉक के रामनगर नरसिंहपुर और अमौली मोहद्दीनपुर गांव के बीच तमसा नदी पर वर्षों से पक्के पुल की मांग पूरी नहीं हो पाई है। नदी पर चंदे से निर्मित बांस-बल्ली का अस्थायी पुल बारिश में बह जाने के कारण ग्रामीणों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या के समाधान के लिए ग्रामीणों ने हाल ही में नदी के पानी में खड़े होकर सत्याग्रह किया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि तमसा नदी पर बांस-बल्ली का पुल वर्ष 1955 की बाढ़ के बाद पहली बार बनाया गया था। तब से यह जुगाड़ पुल हर वर्ष चंदे से बनता है। बारिश के दिनों में नदी के बहाव में यह पुल बह जाता है, जिससे दोनों गांवों के बीच संपर्क टूट जाता है।
ग्रामीणों की दैनिक गतिविधियों, किसानों के फसल परिवहन, छात्र-छात्राओं की पढ़ाई और पुलिसकर्मियों की आवाजाही के लिए यह मार्ग महत्वपूर्ण है। पुल से रोजाना करीब 25 हजार लोगों का आवागमन होता है। बारिश में पुल बह जाने से ग्रामीणों को अतिरिक्त 8 से 10 किलोमीटर की लंबी दूरी तय करनी पड़ती है।
स्थानीय निवासी जयराम चौहान ने बताया कि सपा शासन के दौरान पक्का पुल बनाने का प्रस्ताव था, लेकिन कुछ क्षेत्रीय दबाव के कारण यह योजना अन्य स्थान पर स्थानांतरित कर दी गई। तब से ग्रामीण स्वयं चंदा लगाकर लकड़ी का अस्थायी पुल बनाते रहे हैं।
शिवम शर्मा ने कहा कि लकड़ी के पुल से रोजाना पार करते समय दुर्घटना का खतरा बना रहता है। कई बार साइकिल और बाइक सवार गिरकर चोटिल हो चुके हैं। जिम्मेदारों की अनदेखी के कारण यह समस्या वर्षों से बनी हुई है।
तमसा नदी पर पक्के पुल की मांग को लेकर ग्रामीणों ने नदी के पानी में खड़े होकर विरोध जताया। इस सत्याग्रह में शैलेश पटेल, सेवा रामपाल, राम रूप मिश्रा, जय राम चौहान, राम अजोर चौहान, मनोज चौहान, सत्यनारायण और छोटेलाल गुप्ता सहित अन्य ग्रामीण शामिल रहे। उन्होंने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से पुल निर्माण के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग की।
ग्रामीणों का कहना है कि अस्थायी पुल से न केवल यात्रा कठिन हो रही है, बल्कि दुर्घटना का खतरा भी बढ़ गया है। पक्के पुल का निर्माण होने पर यह समस्या समाप्त हो जाएगी और ग्रामीणों को सुरक्षित और सुगम आवागमन की सुविधा मिलेगी।
अधिशासी अभियंता (प्रांतीय खंड) सौरभ सिंह ने बताया कि तमसा नदी पर पक्के पुल की मांग का मामला संज्ञान में है। उक्त स्थान पर पक्का पुल बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि निर्माण कार्य जल्द शुरू कर दिया जाएगा और स्थानीय लोगों की सुविधा को प्राथमिकता दी जाएगी।
तमसा नदी पर पक्के पुल का निर्माण न केवल ग्रामीणों की यात्रा को आसान करेगा, बल्कि इलाके के आर्थिक और सामाजिक संपर्क को भी मजबूत करेगा। वर्तमान में बांस-बल्ली पुल पर बारिश और तेज बहाव के कारण आना-जाना खतरे में रहता है। पक्का पुल बनने से ग्रामीणों की रोजमर्रा की जीवनशैली में सुधार आएगा और बच्चों, बुजुर्गों तथा किसानों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।





