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लखनऊ। (आशा भारती नेटवर्क) उत्तर प्रदेश के बहराइच में रविवार को सांप्रदायिक दंगा हो गया। सीएम योगी के शासनकाल में पहली बार इतनी बड़ी हिंसा भड़की है। हरदी इलाके में मां दुर्गा की विसर्जन यात्रा पर मुसलमानों ने पथराव कर दिया।
लोग कुछ समझ पाते इससे पहले ही फायरिंग शुरू कर दी गई। गोलीबारी में 20 वर्षीय एक युवक की जान चली गई। बताया जा रहा है कि कट्टरपंथी मुसलमानों ने युवक के शरीर को 20 गोलियों से छलनी कर दी।
सात पुश्ते दंगे की ना सोचे
घटना के बाद से सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक हत्यारों को फांसी देने की मांग की जा रही है। लोगों ने योगी सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। हालांकि सीएम योगी घटना के बाद से एक्शन में है लेकिन लोग शांत होने का नाम नहीं ले रहे। सीएम योगी के पोस्ट पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। एक यूजर ने पोस्ट किया है कि इन जिहादियों की गर्मी को शांत करें। एक ने लिखा है कि आपकी सत्ता का इक़बाल कमजोर किया जा रहा है क्यूंकि उन्हें पता है की यही मजबूती है। कार्रवाई ऐसी कीजिए कि इनकी सात पुश्ते दंगे करने की ना सोचे।
जानिए पूरा मामला
पूरा मामला हरदी थाने के रेहुआ मंसूर गांव का है। रविवार शाम को मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के लिए भीड़ पर महराजगंज बाजार में मुसलमानों ने पथराव कर दिया। इतना ही नहीं उन्होंने ताबड़तोड़ फायरिंग की। इसमें रेहुआ मंसूर गांव के 22 साल के राम गोपाल मिश्रा को गोली लग गई, जिससे उसकी मौत हो गई। एक अन्य शख्स बुरी तरह से घायल है। राम गोपाल की शादी को सिर्फ 4 महीने हुए थे। परिजन आरोप लगा रहे कि मुसलमानों की भीड़ ने खींचकर बाहर निकाला पर फिर गोली मार दी।