इस न्यूज को सुनें
|
उत्तर प्रदेश। (आशा भारती नेटवर्क) उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान हिंसा और उपद्रव की खबरें सामने आई हैं। इस दौरान गोलीबारी और आगजनी हुई, जिसमें 22 वर्षीय राम गोपाल मिश्रा की जान चली गई।
बताया जा रहा है कि राम गोपाल मिश्रा को अराजक तत्वों ने दर्दनाक तरीके से मौत के घाट उतार दिया। इस घटना ने इलाके में भारी तनाव पैदा कर दिया है। स्थानीय लाेगों का दावा है कि रामगोपाल को 20 गोलियां मारी गई हैं। जिससे उसका शरीर छलनी हो गया। रामगोपाल को एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। जिसमें एक संप्रदाय का झंडा उतारकर दूसरे संप्रदाय का झंडा लगाते हुए दिखाया जा रहा है।
कहां था रामगोपाल?
बहराइच के हरदी थाना क्षेत्र के रेहुआ मंसूर गांव के निवासी राम गोपाल मिश्रा (22 वर्ष) पुत्र कैलाश नाथ मिश्रा 13 अक्टूबर को अपने गांव की दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन जुलूस में शामिल थे। यह जुलूस महराजगंज बाजार से गुजर रहा था, जब अब्दुल हमीद के घर के पास दो समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए।
मुस्लिम समुदाय के युवकों ने जुलूस पर किए पथराव
आरोप है कि मुस्लिम समुदाय के कुछ युवकों द्वारा जुलूस पर पत्थरबाजी की गई, जिससे दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ गया। इसी दौरान फायरिंग हुई, जिसमें राम गोपाल मिश्रा को गोली लग गई। इलाज के दौरान राम गोपाल की मौत हो गई। अब यह खुलासा हुआ है कि दंगाइयों ने राम गोपाल के शव के साथ बर्बरता की और उसे दर्दनाक मौत दी है।
राम गोपाल की हाल ही में हुई थी शादी
राम गोपाल मिश्रा की महज 6 महीने पहले शादी हुई थी और अब इस घटना के बाद उसके घर में मातम पसरा हुआ है। परिवार सदमे में है और गांव में शोक का माहौल है। घटना से गुस्साए लोगों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए भाजपा विधायक के दफ्तर पर पथराव भी किया है।
दुकानों और घरों में आगजनी
प्रदर्शनकारियों ने इलाके में दुकानों और घरों को आग के हवाले कर दिया और कई वाहनों को भी फूंक डाला। बहराइच के डीएम और एसपी रातभर स्थिति को नियंत्रित करने में लगे रहे हैं, और इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है ताकि हालात बिगड़ने से रोके जा सकें। इस घटना के बाद से बहराइच में तनाव बना हुआ है और प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है कि स्थिति को नियंत्रण में लाया जा सके।