इस न्यूज को सुनें
|
उत्तर प्रदेश। घोसी में शुक्रवार की बीती रात हुए बवाल के बाद शनिवार को स्थिति नियंत्रण में रही। एहतियातन एएसपी महेश सिंह अत्रि की अगुवाई में तीन सीओ, छह थाना प्रभारी, 200 पुलिस कर्मी और दो प्लाटून पीएसी घोसी कस्बा में तैनात की गई है।
जबकि डीएम और एसपी हर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। इस बीच घायल युवक सुक्खू राजभर की मां ने तहरीर दी है। इस आधार पर घोसी कोतवाली में एक नामजद और दो अज्ञात के खिलाफ हत्या के प्रयास की धारा में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती एएसपी के नेतृत्व में कस्बा में तैनात रही।
इस बीच घायल सुक्खू का एक मिनट 12 सेकंड का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह अपने साथ हुई घटना के बारे जानकारी देता दिखा। इसमें उसने चाकू या चाबी में से किसी एक से हमला करने की बात कही। वहीं मामले में नामजद आरोपी फरार है, जिसकी तलाश में दो टीमें गठित की गई हैं। घायल सुक्खू की मां शारदा देवी ने बेटे पर हमला करने के आरोप में शोयब खान और दो अज्ञात पर हमला करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया।
महिला ने बताया कि मधुबन मोड़ से लौटते समय उसके बेटे की बाइक से आरोपियों की बाइक की टक्कर हो गई थी। जहां कहासुनी के बाद आरोपियों ने उसे चाकू से गर्दन के नीचे हमला कर घायल कर दिया। उधर, शनिवार को वाराणसी में इलाज करा रहे घायल सुक्खू का वीडियो वायरल हुआ। जिसमें सुक्खू यह बताता नजर आ रहा है कि शुक्रवार की शाम वह मधुबन मोड़ से आ रहा था कि दोहरीघाट रोड की तरफ से आए दूसरे बाइक चालक ने सामने से रोक दिया। साथ ही मेरे साथ गाली गलौज की। बताया कि बाइक सवार एक युवक ने अपनी गलती स्वीकार की। लेकिन इस बीच बाइक पर सवार दूसरे एक युवक ने मुझ मारने की बात कही। सुक्खू ने बताया कि चाबी में चाकू लगा हुआ था, जहां बात बढ़ने पर उसने मुझे पर हमला कर दिया। लेकिन उस पर चाकू से हमला हुआ है या चाबी से उसकी जानकारी उसे नहीं है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएमओ डॉ. राहुल सिंह घायल सुक्खू राजभर के साथ रात भर ट्रॉमा सेंटर में रहे। इस संबंध में सीएमओ डॉ. राहुल सिंह ने बताया कि घोसी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से घायल सुक्खू के एंबुलेंस के साथ वह मऊ जिला चिकित्सालय पहुंचे। वहां से तुरंत घायल सुक्खू को रेफर कर एंबुलेंस के साथ ही बनारस के ट्रॉमा सेंटर पहुंचे, जहां अपनी निगरानी में उपचार शुरू कराया। सुबह होते-होते जब उसकी हालत स्थिर हुई तो फिर उसे अलग वार्ड में भर्ती कराकर खुद की देखरेख में डटे रहे। फिलहाल अब सुक्खू की हालत खतरे से बाहर है और वह स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रहा है।
आरोपियों को देखकर मारने की कोशिश, रोकने पर हुए बेकाबू हुए थी भीड़
एसपी इलामारन जी ने बताया कि दो बाइक के भिड़त में हुए विवाद को लेकर घायल सुक्खू का इलाज घोसी अस्पताल में हो रहा था। इस बीच आपसी कहासुनी में घायल दूसरे बाइक चालक और अन्य युवक इलाज कराने के लिए सीएचसी पहुंचे तो पहले से मौजूद सुक्खू राजभर के पक्ष में एकत्रित लोगों ने हमला कर दिया। इसे बचाने के लिए पुलिसकर्मियों ने जब कोशिश की तो भीड़ उपद्रव करने पर उतारू हो गई। बताया कि शुक्रवार की रात में घटना को देखते हुए 12 थानों की पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गई थी। वहीं शनिवार को स्थिति सामान्य होने के बाद भी किसी भी विपरीत परिस्थिति से निपटने को लेकर एएसपी महेश सिंह अत्रि के नेतृत्व में तीन सीओ और छह थाना प्रभारियों के नेतृत्व में घोसी, कोपागंज, दोहरीघाट थाने की पुलिस फोर्स के साथ दो प्लाटून पीएसी की तैनाती घोसी कस्बा में की गई है।
सीओ-एसओ घायल, तीन पुलिस वाहन और एक ट्रक क्षतिग्रस्त
एसपी इलामारन जी ने बताया कि शुक्रवार को हुए घटनाक्रम में एक पक्ष ने पुलिस फोर्स पर पथराव कर दिया। अचानक हुए पथराव में सीएचसी में मौजूद घोसी सीओ दिनेशदत्त मिश्रा के हाथ में चोट लगी तो घोसी कोतवाल राजकुमार सिंह के पैर के साथ एक पुलिस कर्मी राहुल को भी चोटें आईं। बताया कि अस्पताल में इलाज करा रहे घायल के पक्ष से बड़ी संख्या में मौजूद लोगों ने पुलिस पर किए गए लक्ष्य से मधुबन, कोपागंज, सरायलंखसी थाने की तीन पुलिस वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। वहीं, घोसी सीएचसी का भवन भी क्षतिग्रस्त हो गया है। इस बीच देर रात गुजर रहे एक ट्रक पर पथराव किया गया, इससे ट्रक के फ्रंट का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया।
अफवाह फैलाने वालों पर नजर, एसपी ने जारी किया वीडियो
एसपी इलामारन ने इस घटना को लेकर शनिवार को एक वीडियो जारी किया। जिसमें बताया कि घटना के बाद अफवाह फैलाने वाले लोगों को चिह्नित करने के लिए सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है। बताया कि इस मामले को लेकर दोनों पक्ष के लोगों से बातचीत लगातार की जा रही है।
37 नामजद और तीन सौ अज्ञात पर मुकदमा दर्ज
बाइक की टक्कर के बाद एक पक्ष के लोगों की ओर से पुलिस कर्मियों पर किए गए पथराव को लेकर शनिवार को दो तहरीर मिलीं। इस आधार पर पुलिस ने 37 नामजद और तीन सौ अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया।
बवाल में घायल हुए घोसी कोतवाल राजकुमार सिंह की तहरीर पर 36 नामजद और तीन सौ अज्ञात के विरुद्ध पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। जबकि सीएचसी के चिकित्सक डॉ. एचके पंकज ने अस्पताल में तोड़फोड के आरोप में 200 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज कराया। आरोप लगाया कि शुक्रवार की शाम अस्पताल में घायल अवस्था में सुक्खू राजभर, शोएब उपचार के लिए आए। इस बीच अस्पताल में 200 की संख्या में एकत्रित लोगों ने तोड़फोड़ कर कर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।
जबकि दूसरे मुकदमे के अनुसार घोसी कोतवाल राजकुमार सिंह ने बताया कि देव दीपावली को लेकर वह हमराहियों के साथ मझवारा मोड़ पर मौजूद थे। इसबीच सूचना मिली कि रोडवेज के पास से दो लोग आपस में लड़ रहे हैं। जब वह पहुंचे तो दोनों घायल मिले जिसके बाद दोनों को अस्पताल लाया गया। जहां गांव के 250 से 300 लोग अस्पताल पहुंचे, जहां अपने पक्ष से घायल को देखकर आक्रोशित हो उठे, जब पुलिसकर्मियों ने बीचबचाव करने की कोशिश की गई तो यह तोड़फोड़ करने के साथ पथराव करने लगे। सूचना मिलने पर बड़ी संख्या में पुलिस बल भी आ गया, लेकिन उत्तेजित भीड़ ने पुलिसकर्मियों को निशाना बनाकर ईंट पत्थर से हमला कर दिया। इतना ही नहीं बड़ागांव के सामने 250 से ज्यादा लोगों ने घोसी-दोहरीघाट मुख्य मार्ग को जाम कर दिया। बताया कि वीडियो फुटेज में जब पुलिस और आला अधिकारी समझाने की कोशिश में जुटे थे।
उस समय उपेंद्र, मुखराम, हरीशचंद्र, राजाराम, राजू, हनुमान, रूपेंद्र, रामअवध, रामू, धीरज, लक्ष्मण, ललई, बेचू, राजकुमार, विजय, बेचू, उर्मिला, नंदलाल, सेंवती, रामू, अखिलेश, लालू, मुखिया, कमलेश, प्रमिला, रमावती, घूरा, सपना, पुष्पा, लालबहादूर, लक्ष्मण, अंजना, नीरज, दुर्गावती, शिवपरसन, शंकर, धीरज, रमेश के साथ करीब तीन सौ लोगों ने उग्र होकर नारेबाजी करते हुए पथराव किया था। पुलिस पर हमला करने से कोपागंज, मधुबन थाने की गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई थी।