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- पुलिस ने मदार भारी खमपुर से पकड़ा फरार जूजू उर्फ राम मनोरथ, दो आरोपी पहले ही जा चुके हैं जेल
{राजेश प्रताप सिंह क्राइम रिपोर्टर}
भीटी अंबेडकर नगर। (आशा भारती नेटवर्क) भीटी थाना क्षेत्र में चर्चित रामरती हत्याकांड के तीसरे आरोपी को पुलिस ने रविवार तड़के गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। गिरफ्तार आरोपी के पास से हत्या में प्रयुक्त आला कत्ल (छुरी) और पल्सर बाइक बरामद की गई है। इससे पहले मामले में आरोपी पिता-पुत्र को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है।
17 सितंबर की दोपहर मदार भारी गांव के मजरा खमपुर निवासी 65 वर्षीय रामरती खेत में धान काटने गई थी। इस दौरान उसका विवाद परिवार के ही कुछ सदस्यों से हो गया। पुलिस के अनुसार, विवाद के दौरान मृतका के देवर रामदयाल, उनके पुत्र बृजलाल और बदलपुर सोनगांव (कोतवाली अकबरपुर) निवासी जूजू उर्फ राम मनोरथ ने मिलकर उसकी गला रेतकर हत्या कर दी थी।
हत्या के बाद आरोपियों ने शव को बोरी में भरकर सुल्तानपुर जनपद के जयसिंहपुर थाना क्षेत्र स्थित पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पुल के नीचे नाले के पास सराय नौरंग चौरे की झाड़ियों में फेंक दिया था। वारदात के बाद आरोपी फरार हो गए थे। घटना की जानकारी के बाद पुलिस ने खोजबीन शुरू की और हत्या के पांचवें दिन शव बरामद किया गया।
हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए पुलिस ने कुछ दिनों बाद मृतका के देवर रामदयाल और उनके पुत्र बृजलाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। दोनों ने पूछताछ में वारदात में शामिल तीसरे आरोपी जूजू उर्फ राम मनोरथ का नाम उजागर किया था, जो घटना के बाद से फरार था।
पुलिस टीम ने लगातार ट्रेसिंग और दबिश के बाद रविवार सुबह करीब 5:30 बजे जूजू उर्फ राम मनोरथ को मदार भारी खमपुर इलाके से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के पास से हत्या में प्रयुक्त आला कत्ल छुरी और घटना में इस्तेमाल की गई पल्सर बाइक बरामद की गई। पूछताछ में आरोपी ने हत्या की बात स्वीकार की और बताया कि वारदात के बाद वह अलग-अलग स्थानों पर छिपता रहा।

भीटी थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने गिरफ्तारी की कार्रवाई पूरी की। आरोपी को आवश्यक कानूनी औपचारिकताओं के बाद न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस का कहना है कि तीनों आरोपियों के खिलाफ हत्या और साक्ष्य छिपाने की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
रामरती की हत्या के बाद मदार भारी और आसपास के गांवों में दहशत और आक्रोश का माहौल था। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने तत्काल जांच शुरू की थी। शव बरामद होने के बाद पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग मिले, जिसके आधार पर एक-एक कर तीनों आरोपियों तक पहुंच बनाई गई।





