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अंबेडकर नगर: नगर निकाय चुनाव से लेकर विधानसभा लोकसभा ग्राम पंचायत के चुनाव में पत्रकारों को मतदान कक्ष के अंदर प्रवेश पर रोक लगा कर प्रशासन क्या साबित करना चाहता है आखिर मतदान कक्ष के अंदर खबर कवरेज करने से निर्वाचन आयोग से लेकर अधिकारियों को क्या दिक्कत होती है जबकि चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भारी संख्या में फोर्स तैनात की जाती है आखिर मतदान कक्ष के अंदर की हकीकत आम जनता तक पहुंचाने में पत्रकारों को क्यों रोका जाता है यह तमाम सवाल आम जनमानस के दिमाग में कौंध रहा है चुनाव के दौरान मतदान कक्ष के अंदर क्या गोपनीय है जिसे निर्वाचन आयोग से लेकर अधिकारी आम जनमानस से छुपाना चाहते हैं।
मतदान कक्ष के अंदर पत्रकारों के प्रवेश पर रोक लगाने की यह प्रथा बीते कई वर्षों से चली आ रही है जिस पर परिवर्तन किए जाने की जरूरत है मतदान के समय सूचना अधिकारी द्वारा अपर जिला अधिकारी के हस्ताक्षर से जारी किए जाने वाले पत्रकारों के कार्ड में स्पष्ट शब्दों में प्रकाशित होता है कि मतदान कक्ष में प्रवेश वर्जित है आखिर पत्रकारों को मतदान कक्ष के अंदर प्रवेश करने से रोकने के पीछे प्रशासन की क्या मंशा है मतदान कक्ष के अंदर पत्रकारों के प्रवेश पर रोक लगाए जाने के बाद प्रशासन द्वारा भारतीय संविधान और प्रेस की स्वतंत्रता पर खुलेआम हमला किया जा रहा है जो गंभीर चिंतन का विषय है बीते कई वर्षों से मतदान कक्ष के अंदर प्रवेश पर रोक लगाए जाने के बाद पत्रकार संगठनों में आक्रोश व्याप्त है और पत्रकारों ने कहा कि प्रशासन द्वारा मतदान कक्ष के अंदर पत्रकारों के प्रवेश पर रोक लगाए जाने का यह मामला बेहद गंभीर है और इस पर आवाज बुलंद कर मतदान कक्ष के अंदर पत्रकारों के प्रवेश पर रोक लगाने की प्रथा पर सुधार किए जाने की मांग की जाएगी।