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आशा भारती नेटवर्क
अम्बेडकर नगर। विकास खण्ड़ जहांगीरगंज अन्तर्गत गांव मुबारकपुर पिकार में संत शिरोमणि रविदास जी की जयंती बड़ी धूमधाम मनाई गई। आपको बता दें कि संत गुरु शिरोमणि रविदास जयंती इस वर्ष रविदास जयंती आज माघ पूर्णिमा के दिन 24 फरवरी 2024 को मनाई जा रही है। जयंती समारोह कार्यक्रम गांव के कार्यकर्ताओं गांव के सहयोगियों के द्वारा बड़े ही धूमधाम से मनाई गई जयंती समारोह का संचालन रोहित ने किया । रविदास जी के लग भग 645 वें जन्म दिवस के अवसर पर आसपास के लोग गांव के लोग महिला पुरुष बच्चे बड़ी संख्या में लोग जुटे। उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर लोगों ने किया याद । वही गांव मुबारकपुर पिकार में जयंती कार्यक्रम समारोह में डीजे के गाने धुन पर थिरकते दिखे लोग और प्रसाद का किया गया वितरण।सुधाकर ने कहा कि सतगुरु रविदास जी भारत के विशेष महापुरुषों में से एक हैं । जिन्होंने अपने आध्यात्मिक वचनों से सारे संसार को एकता भाईचारा से जोड़ दिया था। उन्होंने जीवन भर समाज में फैली कुरीति जैसे जात पात के अंत के लिए काम किया। उनका जन्म वाराणसी में लग भग 1377 ई. को हुआ था और 1540 ई. को शरीर का त्याग किया था। इन्हें गुरु रविदास जी के नाम से जाना जाता है। संत रविदास जी की वाणी जो मन चंगा तो कठौती में गंगा के भावार्थ को विस्तार से बताते हुए कहा कि संत रविदास लोगों के जूते सिलते हुए भगवान का भजन करने में मस्त रहते थे। इसी क्रम में एक महिला उनके पास पहुंची और उन्हें गंगा स्नान करने की सलाह दी। मस्तमौला संत रविदास जी ने कहा कि जो मन चंगा तो कठौती में गंगा, यानी यदि आपका मन पवित्र है तो यही गंगा है। इस पर महिला ने संत से कहा कि आपके कठौती में गंगा है तो मेरी झुलनी गंगा में गिर गई थी। आप मेरी कंगना अंगुठी झुलनी ढूंढ दीजिए। इस पर संत रविदास ने अपना चमड़ा भिगोने की कटौती में हाथ डाला और महिला की अंगूठी कंगना झूलनी निकाल कर दे दी। इस चमत्कार से महिला हैरान रह गई और उनके प्रसिद्धि के चर्चे दूर-दूर तक फैल गई।इस मौके पर शत्रुधन उर्फ रोहित विनोद कुमार कौशल कुमार बीरबहादुर कैन्हया सुजीत जितेन्द्र कुमार रोजगार सेवक, पंकज कुमार पत्रकार सुधाकर भरत दीपक कुमार अखिलेश कुमार अनिल कुमार अवधेश कुमार राजेन्द्र प्रसाद डेम्पू विवेक गुलशन पिन्टू तीर्थराज गोविंद घन्टी उर्फ दीपक अर्जुन अनिल विनोद सहित बड़ी संख्या महिलाएं मौजूद थे रहेरहे।