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सघन वाहन चेकिंग अभियान जारी: 5043 वाहनों का चालान, 30 वाहन सीज
अंबेडकर नगर।(आशा भारती नेटवर्क) पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर जनपद में सड़क सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए चलाया जा रहा सघन वाहन चेकिंग अभियान लगातार प्रभावी परिणाम दे रहा है। 1 अप्रैल 2025 से प्रारंभ हुए इस अभियान के तहत पुलिस विभाग द्वारा अब तक हजारों वाहनों की जांच की जा चुकी है। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है।
शनिवार को जिलेभर में चलाए गए अभियान के दौरान पुलिस ने 61 वाहनों का चालान किया। यातायात पुलिस के साथ स्थानीय थानों की टीमें भी चेकिंग में शामिल रहीं। बिना हेलमेट, सीट बेल्ट न लगाने, मोबाइल फोन पर बात करते हुए वाहन चलाने और कागजात अधूरे होने जैसी स्थितियों में चालान की कार्रवाई की गई।
पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, 1 अक्टूबर से 25 अक्टूबर 2025 तक कुल 5043 वाहनों का चालान किया गया है। इनमें दोपहिया, चारपहिया, मालवाहक और वाणिज्यिक वाहन शामिल हैं। नियम तोड़ने वाले चालकों से कुल 1,66,050 रुपये शमन शुल्क जमा कराया गया है। इसके अलावा, गंभीर उल्लंघन पाए जाने पर 30 वाहनों को सीज किया गया है।
अभियान के दौरान पुलिस ने नशे की हालत में वाहन चलाने वालों पर विशेष निगरानी रखी है। 1 अक्टूबर से अब तक 1508 चालकों की शराब जांच (ब्रिद एनालाइजर टेस्ट) की गई, जिनमें से तीन चालक नशे की स्थिति में पाए गए। इन चालकों के खिलाफ चालान की कार्रवाई करते हुए कुल 30,000 रुपये का जुर्माना वसूला गया है। पुलिस ने ऐसे चालकों को दोबारा नियमों का उल्लंघन न करने की चेतावनी भी दी है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य यातायात व्यवस्था को सुव्यवस्थित करना और सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना है। नियमित चेकिंग से लोगों में नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ी है। हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग बढ़ा है, जिससे दुर्घटना की गंभीरता में कमी आई हैं।
सभी थाना क्षेत्रों में विशेष चेकिंग प्वाइंट बनाए गए हैं। प्रत्येक टीम को निर्धारित समय पर प्रमुख मार्गों, चौराहों और बाजार क्षेत्रों में वाहन जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। यातायात पुलिस के साथ-साथ पीआरवी वाहन और मोबाइल पेट्रोलिंग टीमें भी इस कार्य में सहयोग कर रही हैं।
पुलिस का मानना है कि निरंतर निगरानी और आर्थिक दंड से नियम तोड़ने वालों पर अंकुश लगेगा। चालान की प्रक्रिया अब डिजिटल माध्यम से की जा रही है, जिससे पारदर्शिता बनी हुई है। नियमों का पालन न करने वालों के खिलाफ आगे भी इसी प्रकार की कार्रवाई जारी रहेगी।





