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आशा भारती नेटवर्क
अंबेडकर नगर। बिजली जांच अभियान करने गए एसडीओ व जेई समेत करीब छह बिजली कर्मियों को अहिरौली थाना क्षेत्र के खेमापुर गांव में मनबढ़ लोगों ने बंधक बना लिया। उन्हें घेरकर रोक लिया। इसके बाद मोटर न लगने तथा बकाया होने के चलते जिन 11 घरों से कनेक्शन काटा गया था, उन्हें जबरन उन्हीं बिजली कर्मियों से जोड़वा लिया गया। अहिरौली पुलिस टीम ने बाद में वहां पहुंचकर अधिकारियों को सुरक्षित किया। मामले में एसडीओ तहरीर देकर केस दर्ज कराने का निर्णय लिया है।बिजली विभाग द्वारा चलाए जा रहे जांच अभियान के क्रम में एसडीओ कटेहरी प्रेमकुमार रावत शुक्रवार को जेई अन्य स्टाफ को लेकर अहिरौली थाना क्षेत्र के खेमापुर गांव पहुंचे। टीम ने वहां सघन जांच अभियान चलाया। एक-एक कर दस ऐसे ग्रामीणों के घरों से कनेक्शन काट दिया गए, जहां या तो मीटर नहीं लगे थे या फिर काफी समय से बिल नहीं जमा किया जा रहा था। टीम अभियान के अंतिम दौर में गांव निवासी नंद कुमार सिंह के घर पहुंची।टीम के अनुसार यहां 65 हजार का बकाया था। मीटर भी नहीं लगा था। विभागीय टीम ने इस पर उसके भी घर का कनेक्शन काट दिया। इसी बीच वहां नंद कुमार पहुंच गया। आरोप है कि उसने हंगामा शुरू कर दिया। इसी बीच अन्य ग्रामीण भी वहां पहुंच गए। इसके बाद एसडीओ व जेई समेत अन्य कर्मियों को घेर लिया। विद्युत अधिकारियों के साथ अभद्रता करते हुए गाली-गलौज भी की गई। आरोप है कि एसडीओ का हाथ पकड़कर उन्हें कहा गया कि जाने नहीं दिया जाएगा।आक्रोशित ग्रामीणों ने जबरन बंधक बनाए गए अधिकारियों व कर्मचारियों से ही काटे गए सभी कनेक्शन फिर से जुड़वा लिए। इस बीच एक कर्मचारी को सूचना के बाद अधिशासी अभियंता अनूप कुमार सिंह ने पुलिस अधिकारियों को प्रकरण में अवगत कराया। इसके बाद वहां पहुंची अहिती पुलिस ने अधिकारियों व कर्मचारियों की सुरक्षित किया।नंद कुमार सिंह का आरोप था कि बिना किसी सूचना के कनेक्शन काट दिया गया। नियमानुसार सूचना देनी थी। विद्युत टीम का कहना था कि कई बार बिल दिया गया। सूचित भी किया गया। अभियान भी चल रहा है। इसके बाद भी बिल नहीं जमा किया गया। कुछ ग्रामीणों ने कहा कि बिल जमा होने के बाद कनेक्शन काट दिए गए। एसडीओ ने बताया कि जिनका बकाया था उनका हो कनेक्शन काटा गया है।एसडीओ प्रेम कुमार रावत ने कहा कि मामले में हर हाल में केस दर्ज कराएंगे। इस तरह की घटना स्वीकार नहीं की जा सकती। गांव में मीटर न लगाने की मनमानी को जारी रखने के लिए ही इस तरह की हरकत की गई।