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जयप्रकाश गुप्ता ब्यूरो चीफ
अयोध्या एक बार फिर चर्चा में है लेकिन इस बार प्रभुश्रीराम व मंदिर के लिए नहीं बल्कि हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास और यहां के डीएम के बीच विवाद के कारण।
दरअसल, अयोध्या में बीजेपी की हार के कारणों का पता लगाने के लिए समीक्षा बैठक बुलाई गयी थी। इसमें प्रदेश सरकार के मंत्रियों के अलावा, डीएम,एसपी और महंत राजू दास भी मौजूद थे।
जब महंत ने प्रशासन को ठहराया जिम्मेदार
इसी समीक्षा बैठक के दौरान महंत राजू दास ने भाजपा की हार के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया तो डीएम गुस्से में आ गए। इसके बाद दोनों में तीखी बहस होने लगी। देखते ही देखते माहौल गरम हो गया। आश्चर्य की बात यह है यह सब कैबिनेट मंत्री के सामने होता रहा और वो देखते रहे।
डीएम से हुई तीखी बहस,हटा गनर
इस विवाद के बाद डीएम ने महंत राजू दास की सुरक्षा में तैनात गनर को तत्काल हटा दिया। यह भी चर्चा का विषय बना हुआ है। अपनी हत्या की आशंका को जताते हुए राजू दास ने कहा कि आए दिन मुझे सोशल मीडिया पर तमाम धमकी मिलते रहती है। इसके बावजूद अधिकारियों ने सुरक्षा हटा ली है। इसका यही मतलब होता है कि यह हत्या कराने की साजिश है। चुनाव में हार के बाद देशभर से हिंदुत्व को लेकर अपशब्दों का प्रयोग किया जा रहा है।
मामला सीएम योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में
यह पूरा मामला सीएम योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में पहुंच चुका है। देखते हैं सीएम योगी इस पर क्या निर्णय लेते हैं। जिस 4 साल के मासूम बालक को माता-पिता ने सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी को समर्पित कर दिया था वही बालक आज हनुमानगढ़ी के उज्जैनिया पट्टी के महंत संत रामदास के शिष्य है। यह हनुमागढ़ी के महंत राजू दास हैं। जिन्हाेंने 1999 में साकेत महाविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई की है।