इस न्यूज को सुनें
|
आशा भारती नेटवर्क
चित्रकुट जिला जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे विधायक अब्बास अंसारी को जेल से भगाने की साजिश रचने में उनकी पत्नी निकहत अंसारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
निकहत शुक्रवार को बंदी मुलाकाती रजिस्टर में नाम दर्ज कराए बिना पति अब्बास से मिलने जेल पहुंची थीं। इनके कब्जे से दो मोबाइल, सउदी अरब की कुछ मुद्रा, 21 हजार रुपये नकद व सोने के जेवर बरामद हुए हैं।
जेल अधीक्षक, डिप्टी जेलर, विधायक, उनकी पत्नी, चालक व सिपाही जगमोहन समेत ड्यूटीरत कई अज्ञात सिपाहियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। डीआईजी जेल ने जेल अधीक्षक, डिप्टी जेलर समेत 8 लोगों को निलंबित कर जांच शुरू की है। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में विधायक अब्बास अंसारी जिला जेल रगौली में लगभग ढाई माह से निरुद्ध हैं। इन्हें प्रयागराज से 19 नवंबर 2022 को सुरक्षा के मद्देनजर चित्रकूट जेल लाया गया था। मुखबिर की सूचना पर जिला जेल में डीएम अभिषेक आनंद व एसपी वृंदा शुक्ला प्राइवेट वाहन से पहुंचीं।
दोनों अधिकारी सीधे अब्बास अंसारी की बैरक में पहुंचे लेकिन वह नहीं मिले अलबत्ता कुछ आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद हुईं। इसके बाद वे मुलाकाती कक्ष में पहुंचे तो वहां कोई नहीं मिला। परिसर में ही डिप्टी जेलर के कमरे में पहुंचे तो विधायक व उनकी पत्नी बैठे मिले। बिना रजिस्टर में एंट्री व सूचना के निखत विधायक से मिलने आई थीं। इसी बीच विधायक कमरे से निकलकर अपनी बैरक में चले गए। महिला पुलिस ने निखत को गिरफ्तार करने लगी तो उन्होंने टीम को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी।
जेल के बाहर गाड़ी लिए खड़ा था निखत का चालक
डीएम व एसपी ने शनिवार को संयुक्त प्रेसवार्ता में बताया कि जेल के बाहर गाड़ी लिए खड़े विधायक की पत्नी के चालक नियाज को भी पकड़ लिया गया है। जेल चौकी प्रभारी श्यामदेव सिंह की तहरीर पर विधायक अब्बास अंसारी, पत्नी निखत बानो, चालक नियाज, जेल अधीक्षक अशोक सागर, डिप्टी जेलर सुशील कुमार, कांस्टेबल जगमोहन व कुछ अज्ञात ड्यूटीरत सिपाहियों के खिलाफ जेल से भगाने की साजिश रचने, हत्या व रंगदारी वसूलने की धमकी, नियमों की अनदेखी कर मुलाकात करने, जेल में आपत्तिजनक सामग्री रखने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। शनिवार को ही निखत व नियाज का मेडिकल परीक्षण कराकर पुलिस ने अदालत में पेश किया। शाम को इन्हें जेल भेजा गया है।
जेल पहुंचे डीआईजी, शुरू कराई जांच
घटना की जानकारी होते ही डीआईजी जेल शैलेंद्र कुमार मैत्री ने जेल का निरीक्षण किया। सारे रजिस्टर आदि को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू की। उनकी प्राथमिक रिपोर्ट के आधार पर पुलिस महानिदेशक/महानिरीक्षक कारागार आनंद कुमार जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारियों पर कठोर कार्रवाई की है। जेल अधीक्षक अशोक सागर, डिप्टी जेलर सुशील, पीयूष पांडेय को निलंबित कर विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।
उन्नाव के जेलर को चित्रकूट भेजा
इसके अलावा घटना के लिए प्रथम दृष्ट्या उत्तरदायी जेल वार्डर रैंक के पांच कर्मचारियों को भी निलंबित किया गया है। रिपोर्ट में जिला जेल चित्रकूट में निरुद्ध विधायक अब्बास अंसारी को अन्य जेल में भेजने के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। जिला जेल उन्नाव के जेलर राजीव कुमार सिंह को जिला जेल चित्रकूट तत्काल प्रभाव से भेज दिया गया है। साथ ही डिप्टी जेलर देव दर्शन सिंह को जिला कारागार लखनऊ से चित्रकूट भेजा गया है।