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डीएम व सीडीओ ने सरोवर के सौंदर्यीकरण के अभियान की शुरुआत पूजन अर्चन के साथ की
(गिरजा शंकर विद्यार्थी)
अंबेडकर नगर: जनपद के जलालपुर विधानसभा क्षेत्र स्थित जगदीशपुर कपिलेश्वर की दशकों से लंबित त्रिस्तरीय महायोजना को वजूद नहीं प्राप्त हो सका। इसके तहत जगदीशपुर कपिलेश्वर के सरोवर को पक्षी तथा मत्स्य पालन केंद्र के साथ पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करना शामिल है। महायोजना के क्रियांवयन की दशा में यह सरकार और स्थानीय लोगों के लिए लाभ का सौदा साबित हो सकती है। पूर्व मंत्री स्व. रवींद्र नाथ तिवारी ने दशकों पूर्व झील के कायाकल्प और सौंदर्यीकरण की पहल दूरदर्शी सोच के तहत 90 के दशक में की थी। राजनीतिक दल के नेता इसके कायाकल्प के वादे भी खूब करते हैं। कुछ तो प्रयास भी करते हैं और पूरी कार्ययोजना का ढिढारो पीटकर शासन को भेजते भी हैं। इसके बाद भी इस सरोवर को वह स्वरूप नहीं दिया जा सका जिसकी उम्मीद लोग संजोए बैठे थे। मेहमान पक्षियों का कलरव भी यहां लोगों को बरबस ही आकर्षित करता है।यहां स्थित विभिन्न गांव के सैकड़ों लोगों के लिए रोजगार व सिचाई का साधन बनी हुई है। लोग मछली, भसीड़, तीनी का चावल आदि का रोजगार कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। यह धंधा वर्ष भर चलता है। जनपद में सरोवरों के विशेष सौंदर्यीकरण को लेकर जिला अधिकारी अविनाश सिंह द्वारा जगदीशपुर कपिलेश्वर में पूजन अर्चन कर सौंदर्यीकरण का कार्य प्रारंभ किया गया। जिलाधिकारी द्वारा बताया गया यहां आकर्षक लाइटिंग, बैठने के स्थान के साथ ही अन्य खास प्रबंध किए जाएंगे।जलाशय प्राकृतिक धरोहर होते हैं। जल पर ही जीवन निर्भर है। इनकी सुरक्षा करना हम सभी का दायित्व बनता है। जिलाधिकारी द्वारा सरोवरों के कायाकल्प पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इस क्रम में जगदीशपुर कपिलेश्वर मे अमृत सरोवर त्रिस्तरीय महायोजना को आकार मिलने पर न सिर्फ क्षेत्र बल्कि जिले व प्रदेश को राष्ट्रीय स्तर पर विशेष पहचान मिलेगी। और लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। सरोवर के सौंदर्यीकरण के इस अभियान में अंबेडकरनगर जिला कलेक्टर अविनाश सिंह और मुख्य विकासअधिकारी अनुराज जैन, डी डी ओ वीरेंद्र सिंह के साथ कर्मचारियों एवं स्थानीय निवासियों ने भी स्वेच्छा से श्रमदान कर सरोवर और इसके आसपास की सफाई में भाग लिया। डी. डी. ओ. वीरेंद्र सिंह ने कहा अभियान का उद्देश्य पक्षी विहार पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करना तथा जल निकायों को प्रदूषण से बचाने और जलीय जीवन और पर्यटकों के लिए समान रूप से स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित करने की आवश्यकता हेतु जागरूक करना है। यह पहल पर्यावरणीय स्थिरता और सामुदायिक विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रयास किया जा रहा है।इस सफाई अभियान का हिस्सा बनने के लिए जनपद के लोग बड़ी संख्या में आगे आए क्योंकि यह दूसरों को स्वच्छ और स्वच्छ समाज बनाए रखने के लिए प्रेरित करेगा।यह अत्यावश्यक है कि हम भविष्य को ध्यान में रखते हुए इन जल निकायों के संरक्षण और रखरखाव को प्राथमिकता दें।प्रशासन और जिला कलेक्टर के सहयोग से इस पहल को नए जोश के साथ अपनी प्रतिबद्धता दोहरायी है।