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वर्तमान मंडल अध्यक्ष राजे सुल्तानपुर खबर लिखने के कारण अमित गिरी ने करवाया था पत्रकार के परिवार पर हमला
पत्रकार और पत्रकार के परिजनों के साथ की गई मारपीट अश्लील हरकत को पुलिस ने 151 में चालान कर मामले को किया रफा दफा
अंबेडकर नगर। (आशा भारती नेटवर्क) राजेसुल्तानपुर थाना क्षेत्र के निकसपुर दुबौली गांव निवासी पत्रकार राजकुमार मौर्य के साथ बीते दिनों हुई गाली गलौज की शिकायत राजेसुल्तानपुर थाने में बुधवार की सुबह सीता पांडे निवासी भरतपुर और राधेश्याम पांडे सहित कुछ भाजपा नेताओं के नाम का जिक्र उन्होंने तहरीर में दिया था। राधेश्याम पांडे और मंडल अध्यक्ष अमित गिरी के इशारे पर बुधवार की शाम करीब 7:30 बजे सीता पांडे अपने साथ सात आठ अज्ञात साथियों के साथ जान मारने की नीयत से पत्रकार राजकुमार मौर्य के घर पहुंच गए। मौके पर पत्रकार राजकुमार मौर्य घर पर नहीं थे लिहाजा उनकी पत्नी और बच्चों के साथ घर में उत्पाद मचाया। पत्नी के साथ अश्लील हरकत भी किये। स्थानीय लोगों के जुटने के उपरांत सीता पांडे को गांव वालों ने दबोच लिया। मौका पाकर उनके साथी भागने में कामयाब हो गए। सूचना मिलने पर राजकुमार मौर्य ने स्थानीय थाने में इसकी सूचना दी मौके पर पहुंची पुलिस ने सीता पांडे को उठाकर थाने ले गई। सत्ता के दबाव में आकर थाना अध्यक्ष विजय तिवारी ने 151में चालान कर मामले को रफा दफा कर दिया।
सवाल 151 मे चालान कर दिए यह नहीं है। सवाल यह है कि इतनी बड़ी घटना को प्रार्थी एक दिन पहले अपने ऊपर जान से मारने की घटना को थाने में तहरीर देकर अपने बचाव की मांग करता है। ठीक उसी दिन शाम को उसके घर पर नामजद आरोपी पहुंचकर घर पर पत्नी सहित बच्चों के साथ मारपीट करता है। पुलिस उसको घटनास्थल से पकड़ कर लाती है और सत्ता पक्ष हनक के आगे पुलिस प्रशासन निष्क्रीय साबित हो जाती हैं। इतनी बड़ी घटना को अंजाम देने वाले आरोपी को 151 में चालान की सजा कैसे पर्याप्त हो सकती है। यह बहुत बड़ा सवाल है।
सवाल यह भी है कि एक महिला के साथ अश्लील हरकत भी आरोपी करता है और पुलिस अश्लील हरकत को भी 151 की सजा में तब्दील कर दिया जाता है। यह भी बहुत बड़ी सवाल है आखिर कैसे इस भारतीय जनता पार्टी की सरकार में इन सत्ताधारी नेताओं के आगे महिलाओं का सम्मान ताक पर रखकर, यह सरकार कैसी है यह शासन इन नेताओं के आगे सब बौनी हो गई है।