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पत्रकार को फर्जी मुकदमे में फंसाने की साजिश
(आशा भारती नेटवर्क) अयोध्या। मया विकास खण्ड में मनमानी पर उतारू खण्ड विकास अधिकारी भ्रष्टाचार की खबरों के प्रकाशन से इस कदर घबरा गई है कि अब उन्होंने खबर प्रकाशित करने वाले पोर्टल के एडिटर इन चीफ पीयूष कुमार सिंह राजन पर अपने अधीनस्थों के माध्यम से खबर डिलिट करने का नाजायज दबाब बनाये जाने और फर्जी मुकदमे में फसाये जाने की आशंका की शिकायत एसएसपी से की गई है।
एसएसपी को भेजे शिकायती पत्र में पीड़ित एडिटर इन चीफ पीयूष कुमार सिंह ने लिखा है कि पेशे से पत्रकार है, पत्रकारिता जगत से जुड़कर समाचार पत्र के माध्यम व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पोर्टल के माध्यम से समाचार का प्रकाशन किया करता है। उन्होंने कहा है कि विकासखंड मया में व्याप्त भ्रष्टाचार का खुलासा कई प्रकरणों उनके द्वारा किया गया। जैसे गौशाला में भ्रष्टाचार जेसीबी से खुदाई की गई की हो। चाहे मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में लाभार्थियों से पंद्रह हजार – पंद्रह हजार लेकर उनके घरों तक सामान पहुंचाने की हो। चाहे फलदार वृक्ष घोटाला की खबरों से बौखलाई विकासखंड अधिकारी गौरीशा श्रीवास्तव ने खबरों को डिलीट करने को लेकर अपने अधीनस्थ कर्मचारियों द्वारा दबाव निरंतर बनाया जाता रहा है।
खंड विकास अधिकारी गौरीशा श्रीवास्तव विकासखंड में विकास नहीं , भ्रष्टाचार की योजना के साथ हिटलर शाही कर रही हैं। इनके पास कोई अगर शिकायत लेकर जाता है। महिला हो या पुरुष उसके ऊपर मुकदमा करने की धमकी दी जाती है। यहां तक की ग्राम प्रधान चंद्र भूषण सिंह आलापुर को थाना महाराजगंज में कई घंटों तक हवालात की हवा खानी पड़ी। कई लोगों को छेड़खानी के मुकदमे में फंसाने की धमकी दी गई है।
30 दिसंबर 2022 को ग्राम प्रधान रामपुर पुवारी केसरी प्रसाद यादव ब्लॉक अध्यक्ष प्रधान संघ मया को फोन कर बुलाकर अपनी गलतियों को छुपाने के लिए पुलिस बुलाकर थाने भिजवा कर 151 में चालान कराने की कृति की गई थी। इस तरह से यह एक मन बढ़ किस्म की महिला अधिकारी हैं।
5 सितंबर 2022 वीडियो ने अपने अधीनस्थ कर्मचारी से 1:10 pm.पर फोन करा कर उन्हें बुलाकर अपने कार्यालय में उनके दो मोबाइल फोन पी.ओ.पी.आर.डी.से छिनवा कर धमकी दी गई थी। छेड़खानी के मुकदमे में फंसा दूंगी पूरी लाइफ बर्बाद हो जाएगी। तब से निरंतर विडियो द्वारा अपने अधीनस्थ कर्मचारियों, दलालों, तथाकथित ग्राम प्रधानों/ महिला ग्राम प्रधानों द्वारा निरंतर प्रार्थी के ऊपर दबाव, जान से मारने की धमकी, फर्जी मुकदमे में फंसाने, कूट रचित दस्तावेजों के माध्यम से मुकदमे में फंसाने की योजनाएं बना रही हैं। अगर मेरे साथ कोई अप्रिय घटना घटित होती है, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी खंड विकास अधिकारी गौरीशा श्रीवास्तव की होगी।