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टांडा/बसखार, अंबेडकर नगर: (आशा भारती नेटवर्क) नगर निकाय चुनाव में मतदान से एक दिन पहले बसखारी पुलिस ने नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा की सपा प्रत्याशी के पति व बसपा प्रत्याशी के पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस के अनुसार वह दोनों हिस्ट्रीशीटर हैं। उनके बाहर रहने पर शांतिपूर्ण मतदान में खलल पड़ने के साथ ही जातिगत व धार्मिक भावनाएं भड़क सकती थीं। इस बीच पुलिस की इस कार्रवाई का विरोध करते हुए सपा व बसपा नेताओं ने इसे भाजपा के इशारे पर उत्पीड़न बताया है।निकाय चुनाव की आपाधापी में बुधवार को उस समय सरगर्मी बढ़ गई जब बसखारी पुलिस ने किछौछा नगर पंचायत के अध्यक्ष पद की सपा प्रत्याशी दुर्गावती यादव के पति चंद्रभान यादव व बसपा प्रत्याशी शबाना खातून के पति गौस अशरफ को हिरासत में ले लिया। इससे समर्थकों में आक्रोश फैल गया। किसी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए बसखारी थाने में आरएएफ पहले से ही तैनात कर दी गई थी। खबर मिलते ही सपा व बसपा के नेता थाने पहुंचने लगे लेकिन पुलिस ने कोई गिरफ्तारी होने से इंकार कर दिया।बाद में पुलिस ने दोनों आरोपियों को कड़ी सुरक्षा में जेल भेज दिया। टांडा तहसील के अधिवक्ता हेलाल अशरफ ने पुलिस प्रशासन पर मनमानी का आरोप लगाते हुए कहा कि मुल्जिम को एसडीएम कोर्ट में पेश किए बगैर ही जेल भेजने का वारंट निर्गत कर दिया गया। यह हाईकोर्ट द्वारा दी गई व्यवस्था की अवहेलना है। उधर एसओ बसखारी अश्विनी मिश्र ने कहा कि दोनों गिरफ्तार आरोपी हिस्ट्रीशीटर हैं। आदर्श आचार संहिता का एक-एक केस भी दर्ज था। इसके साथ ही यह आशंका थी कि यह दोनों आरोपी बाहर रहे तो चुनाव में दिक्कत होगी। ऐसे में इनका चालान किया गया है। उधर सपा जिलाध्यक्ष जंगबहादुर यादव व बसपा जिलाध्यक्ष सुनील सावंत ने कहा कि यह सत्तारूढ़ दल की खीझ है। सत्ता का दुरुपयोग कर कार्रवाई की गई है। इसका जवाब जनता मतदान के जरिए देगी।