इस न्यूज को सुनें
|
विद्यालय में विद्यार्थियों के बीच अनूठी व रोचक शिक्षण गतिविधियों के साथ शिक्षण अधिगम को प्रभावी बनाते हैं तारकेश्वर मिश्र जिज्ञासु ! जिज्ञासु के साहित्य शौक़ का नतीजा है कि अब तक उनके दर्जनों काव्य संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं जिनमें एक आईना जिज्ञासु की कलम से , मन का आँगन , एहसास दीप , अपराजिता , हरसिंगार , गीत गूंजते हैं , मधुमालती , कोविड-19 , दोहा सागर , कोहिनूर , काव्य ज्योति , जहां न पहुंचे रवि , जज़्बात जिज्ञासु के (गूगल बुक) , आया कोरोना मत डरोना (गूगल बुक) , साहस (गूगल बुक) , आदि व्यक्तिगत और साझा काव्य संग्रह शामिल हैं ! जिज्ञासु के शैक्षणिक और साहित्यिक योगदान के कारण उन्हें अब तक कई सम्मान मिल चुके हैं ! सम्मान व प्रशस्ति पत्र की सूची में जनपद एवं मंडल स्तरीय बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता प्रशस्ति पत्र , साहित्य गौरव सम्मान , श्रद्धा साहित्य गौरव सम्मान , तुलसी मीर सम्मान , साहित्य सारथी सम्मान , युवा शक्ति सम्मान वर्ष 2020 , कोरोना योद्धा सम्मान , योद्धा रत्नम अवार्ड , समीक्षक गुरु सम्मान , सृजन श्री सम्मान , ज्ञानोदय प्रतिभा सम्मान 2020 , साहित्य भूषण सम्मान , श्री कमलेश्वरी मंडल स्मृति काव्य दूत सम्मान , प्रेमचंद सम्मान , पंडित दीन दयाल उपाध्याय साहित्य सम्मान , हिमालयन रत्न सृजन सम्मान , राजा लक्ष्मेश्वर सिंह स्मृति किसान दिवस सम्मान पत्र , पुलिस लाइन गणतंत्र दिवस प्रशस्ति पत्र , अंबेडकरनगर महोत्सव 2022 एवं अन्य साहित्यिक सम्मान हैं ! समसामयिक अभियान जैसे स्कूल चलो अभियान , करो योग रहो निरोग / स्वच्छता अभियान में शिक्षक कवि तारकेश्वर मिश्र का विशेष योगदान रहता है ! हाल ही में सुमंगला सुमन के सौजन्य से प्रकाशित पुस्तक 21वीं सदी के आधुनिक साहित्य रत्न में हिंदुस्तान के जाने-माने कवियों और साहित्यकारों के बीच तारकेश्वर मिश्र जिज्ञासु भी शामिल हैं ! पुस्तक के प्रकाशन पर साहित्यकारों ने प्रकाशक एवं संकलनकर्ता सुमंगला सुमन का आभार व्यक्त करते हुए जिज्ञासु को बधाई एवं शुभकामनाएं दी !