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(आशा भारती नेटवर्क)
अंबेडकर नगर। एसटीएफ व अलीगंज थाने की पुलिस टीम को मादक पदार्थों की बिक्री करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। गुरुवार की देर शाम को पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर कलवारी पुल के पहले एनएचआई यार्ड के सामने खड़े चार पहिया वाहन सवार महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से 68 किलो से अधिक गांजा, एक तमंचा व चार जिंदा कारतूस बरामद हुआ है।अलीगंज प्रभारी निरीक्षक विजेन्द्र शर्मा के निर्देश पर थाने के उपनिरीक्षक अशरफ अली खान हमराही दीवान धन्नजय पटेल, सिपाही रितेश चौरसिया, अजय चौहान, अजय यादव महिला सिपाही खुशबू दूबे के साथ गुरुवार की शाम इनामीपुर ओवरब्रिज के नीचे शान्ति व्यवस्था ड्यूटी पर थे, तभी एसटीएफ लखनऊ के उपनिरीक्षक सत्य प्रकाश सिंह, दीवान सुनील राय, प्रमोद सिंह आये और कांवड़ यात्रा में मादक पदार्थों की तस्करी व खपत पर चर्चा कर ही रहे थे कि एक मुखबिर आया और बताया कि जनपद में गांजा के व्यापारियों को गांजा पहुंचाने के लिए चार पहिया वाहन से कुछ लोग माल लेकर आये हैं और टांडा कलवारी पुल के पहले एनएचआई यार्ड के सामने खड़े हैं। मुखबिर की सूचना पर टीम यार्ड के सामने खड़ी चार पहिया वाहन डीएल 4 सीएयू – 9374 व उसमें बैठी एक महिला व बाहर खड़े दो व्यक्तियों को धर दबोचा। जब गाड़ी की तलाशी ली गयी तो उसमे सैकड़ों पैकेट गांजा मिला, जिसका कुल वजन 68 किलो 640 ग्राम निकला। पकड़े गये व्यक्तियों ने पूछताछ में अपना नाम धर्मेन्द्र कुमार सरोज पुत्र शेर बहादुर सरोज, अनीता पत्नी धर्मेन्द्र कुमार सरोज निवासीगण ग्राम अर्जुनपुर थाना लम्हुआ जनपद सुल्तानपुर व आशू सरोज पुत्र मेहीलाल सरोज निवासी ग्राम दरछूट थाना कन्धई जनपद प्रतापगढ़ बताया। उनकी जामा तलाशी में उनके पास से एक तमंचा 315 बोर, 4 कारतूस जिंदा, दो मोबाइल फोन, आधारकार्ड, एटीएम कार्ड व 4 हजार रुपया नगद बरामद हुआ। कोतवाल विजेन्द्र शर्मा ने बताया कि सभी अभियुक्तों को एनडीपीएस एक्ट व आर्म्स एक्ट के तहत जेल भेज दिया गया।पुलिस की पूछताछ में धर्मेन्द्र कुमार सरोज ने बताया कि वह कई बार उड़ीसा से गांजा लाकर सुलतानपुर, बस्ती, प्रतापगढ़, अम्बेडकरनगर समेत अन्य जिलों में बेच चुका है। इसी कमाई से उसने कार भी खरीदी है। वह यह गांजा पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब व हरियाणा में 20 हजार से 25 हजार रुपए प्रति किलो के हिसाब से बेच देता है। शुक्रवार को टांडा क्षेत्र के एक व्यापारी को माल देने के लिए आया था।