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अंबेडकर नगर। (आशा भारती नेटवर्क) ज़िला अस्पताल के मुख्य चिकित्साधीक्षक के विरुद्ध गोपनीयता भंग करने के आराेप की जांच करने का आदेेश राज्यपाल के यहां से हुआ हैं। और जांच आख्या भी एक माह के अंदर शासन ने मांगी हैं।प्रमुख सचिव स्वास्थ (पार्थ सारथी सेन शर्मा) ने ज़िला चिकित्सालय में तैनात मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा० ओम प्रकाश के एवं निदेशक (प्रशासन), चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं, उ०प्र०, लखनऊ के मध्य दूरभाष पर हुए वार्तालाप का एक ऑडियों क्लिप बनाकर व्हाट्एप पर वायरल करने एवं शासकीय कर्तव्यों एवं पदीय दायित्वों के निर्वहन में गंभीर लापरवाही बरतने इत्यादि आरोपों में प्रथमदृष्टया दोषी पाये जाने के दृष्टिगत डा0 ओम प्रकाश के विरूद्ध उ०प्र०सरकारी सेवक (अनुशासन एवं अपील) नियमावली, 1999 के नियम-7 के अन्तर्गत विभागीय कार्यवाही संस्तुति करते हुए, उक्त अनुशासनिक कार्यवाही के संचालनार्थ महानिदेशक, प्रशिक्षण(चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग), उ०प्र०, लखनऊ को पदनाम से जाँच अधिकारी नियुक्त किये जाने के लिए राज्यपाल द्वारा स्वीकृति प्रदान करते हैं। जाँच अधिकारी को यह निर्देशित किया गया है कि उ०प्र० सरकारी सेवक (अनुशासन एवं अपील) नियमावली, 1999 एवं कार्मिक अनुभाग-1 के शासनादेश संख्या-08/2022/725/सैंतालिस /का-1-2022/13(2)/2022, दिनांक 19.07.2022 में निर्धारित विधि एवं प्रक्रिया का पूर्णतः अनुपालन करते हुए जाँच पूर्ण कर जाँच आख्या 01 माह के अन्दर शासन को उपलब्ध कराने का आदेश हैं। और डा० ओम प्रकाश को भी यह निर्देशित किया गया है कि वह जाँच पूर्ण करने में जाँच अधिकारी को अपना पूर्ण सहयोग दे। और जाँच अधिकारी द्वारा डॉक्टर ०ओम प्रकाश को व्यक्तिगत / मौखिक सुनवाई का समुचित अवसर प्रदान करते हुए जाँच कार्यवाही पूर्ण की जाय ।वहीं इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ ओम प्रकाश से वार्ता की गई तो उन्होंने बताया कि जांच बैठी हैं लेकिन अभी हमारे पास कोई पत्र नही आया हैं। आयेगा तो जो भी होगा अवगत कराया जायेगा।