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तहसीलदार/उपजिलाधिकारी बाढ़ग्रस्त होने वाले ग्रामों के प्रभावित परिवारों की सूची बना लें। बीमार व अशक्त लोगों और 5 साल तक की आयु के बच्चों की सूची अलग से बनाए।शासन से प्राप्त निर्देशों के उपरान्त खाद्यान्न (बाढ़ राहत सामग्री), डिगनिटी किट और पका भोजन आदि की तैयारी ई-टेण्डर के माध्यम से किया जाएगा। बाढ़ से उत्पन्न होने वाले विभिन्न बीमारियों से निपटने हेतु दवा की व्यवस्था हेतु मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया गया।बाढ़ के दौरान स्टाफ की ड्यूटी लगाने हेतु सूची तैयार कर उपलब्ध कराएं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र / सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पर्याप्त वांछित दवाईयों का चिन्हांकन कर समुचित स्टॉक की व्यवस्था सुनिश्चित करें।बाढ़ के दौरान सर्पदंश की घटनाएं बढ़ने के कारण वैक्सीन की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करें।संक्रामक रोगों एवं महामारियों से बचाने के लिए आवश्यक प्रतिरोधात्मक (टीकाकरण) व्यवस्था एवं सघन चिकित्सीय व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। बाढ़ से प्रभावित तहसीलों में गर्भवती महिलाओं को चिन्हित करते हुये सूची उपलब्ध कराये।बाढ़ से प्रभावित तहसीलों में दिव्यांग, वृद्ध, दिव्यांग बच्चे और कोमॉर्बिड ग्रुप (एक से अधिक गम्भीर बीमारियों से पीड़ितो) को चिन्हित करते हुये सूची उपलब्ध कराये।बाढ के दौरान एंव बाढ के पश्चात होने वाली बिमारियों से बचाव एंव रोक थाम हेतु बाढ चौकियों पर दवाओं सहित पैरामेडिकल स्टाप की तैनाती हेतु मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया गया।तहसील टाण्डा में तीन मेडिकल टीम तहसील आलापुर दो मेडिकल टीम का गठन किए जाने हेतु निर्देशित किया गया।बाढ़ में बंद हो जाने वाले मुख्य मार्गों के अलावा वैकल्पिक मार्गों के मरम्मत का कार्य भी वर्षा के समय से पहले तक पूर्ण करा लें।संवेदनशील क्षेत्रों तक पहुंचने एवं सामग्री आपूर्ति हेतु वैकल्पिक मार्गों का चिन्हीकरण एवं उनका समुचित सुदृढीकरण किया जाए। मार्ग में आई दरारों और गड्डों का भराव पानी के निकास की व्यवस्था, किनारों की मरम्मत तथा पत्थर से भराव कार्य किया जाए।विभिन्न शरणालय / राहत केन्द्र से आपदा क्षेत्र के मध्य सम्पर्क मार्ग की मरम्मत एवं पुर्नस्थापना सुनिश्चित की जाए।पुलों व सड़कों की मरम्मत हेतु आवश्यक उपकरणों व सामग्रियों की समय से उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।डी०पी०आर०ओ० को निर्देशित किया गया कि ग्राम सभाओं में मौजूद नावों के मरम्मत कार्य को समय रहते पूर्ण कर लिया जाए।बाढ़ के दौरान सबसे ज्यादा बाढ पीड़ितों को पीने के पानी की समस्या उत्पन्न होती है।पंचायत राज अधिकारी गांवों में खराब हैण्ड पम्प की मरम्मत कराने के साथ ही उन्हें उच्चीकृत करा दें।ताकि पीड़ितों को साफ पीने का पानी उपलब्ध हो सके।गांवों के आंतरिक्त सम्पर्क मार्गों की मरम्मत का कार्य, स्ट्रीट लाइट मरम्मत का कार्य तथा पंचायत घर, प्राथमिक विद्यालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, आंगनबाड़ी आदि का मरम्मत कार्य बाढ़ से पूर्व करा लिया जाए।पशु चिकित्साधिकारी, तहसीलदार/उपजिलाधिकारी के साथ समन्वय स्थापित करके पशुशाला तथा भूसा भंडारण के लिए स्थान का चिन्हीकरण कर लें।पशुओं का वैक्सिनेशन कार्य बरसात से पूर्व पूर्ण कर लें। वैक्सिनेशन कार्य में बाढ़ प्रभावित ग्रामों को वरीयता दी जाय। शहरी क्षेत्र के लिए नगर निकायों के अधिशासी अधिकारी खराब हैण्ड पम्प की मरम्मत कराने के साथ ही उन्हें उच्च्चीकृत करा दें,ताकि पीड़ितों को साफ पीने का पानी उपलब्ध हो सके।शहर में साफ सफाई तथा नाले के माध्यम से जल निकासी की व्यवस्था सुदृढ़ रहे जिससे बाढ़ के दौरान शहर में जल जमाव न हो। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पी०ए०सी० बाढ़ वाहिनी की तैनाती, बोटों एवं गोताखोरों की व्यवस्था तथा उनकी सूची तैयार करना तथा वायरलेस सेटों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाय।आपूर्ति विभाग के द्वारा खाद्यान्न एवं खाद्य पदार्थों की उपलब्धता नियमानुसार करायें।डीजल आदि का भण्डारण पूर्व से सुनिश्चित कर ली जाये। यथा आवश्यक कैरोसीन की व्यवस्था के लिए भी प्रयास कर लिया जाए।बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित न हो इसके सभी इंतजाम कर लिए जाएं। पूर्व में बाढ़ से प्रभावित विद्युत व्यवस्था प्रणाली को समय से पुर्नस्थापित कर लिया जाए। बाढ़ के दौरान विद्युत उपकरणों की सुरक्षा के उपाय किए जाएं। खराब ट्रांसफारमर को चिन्हित करके दुरुस्त कर लिया जाए। बैठक के दौरान अपर जिलाधिकारी डॉ सदानंद गुप्ता, अपर पुलिस अधीक्षक, उप जिलाधिकारी तथा संबंधित विभाग के अधिकारी/ कर्मचारी मौके पर उपस्थित रहे।