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आशा भारती नेटवर्क
कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में मां-बेटी की मौत के मामले में आज फिर जंग छिड़ गई। थोड़ी देर पहले मां और बेटी का शव कानपुर देहात के रूरा थाना क्षेत्र में उस जगह लाया गया, जहां सोमवार को दोनों की मौत हुई थी।
शव को जल्दबाजी से ले जाने पर घरवाले भड़क गए तथा कहने लगे कि जानवरों की मौत नहीं हुई है… इंसान मरा है।
आपको बता दें कि सोमवार को अतिक्रमण हटाने के चलते आग लगने से मां प्रमिला दीक्षित और बेटी नेहा दीक्षित की दर्दनाक मौत हो गई थी। घरवालों ने लेखपाल एवं एसडीएम पर आग लगाने का आरोप लगाया था। सोमवार को हुई इस घटना के पश्चात् मंगलवार को खूब हंगामा हुआ। दोनों शवों को रखकर घरवाले अपनी मांगों पर अड़े रहे। मृतका का परिवार अपनी मांगों को लेकर अड़ा हुआ था, जब तक मांगे पूरी नहीं होंगी।।। अंतिम संस्कार नहीं होगा। यूपी के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कल वीडियो कांफ्रेंसिंग से मृतका के परिवार से बात की। उनके आश्वासन के बाद परिवार शव लेने के लिए तैयार हुआ। तत्पश्चात, मंगलवार को दोनों शवों का पोस्टमार्टम हुआ।
वही बुधवार को सुबह मां-बेटी का शव उस स्थान पर पहुंचा, जहां उनकी मौत हुई थी। कई थानों के फोर्स और अपर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में शवों को कानपुर नगर ले जाया जा रहा है। ग्रामीणों और घरवालों के लिए प्रशासन ने निजी बसों की व्यवस्था की। शव को लेकर बेटा शिवम शव वाहन में लेकर रवाना हुआ। इससे पहले घरवालों ने शव को जल्दबाजी में लेकर जाने पर हंगामा काटा। बिना क्रियाकर्म किए शव को ले जाने का इल्जाम लगाया। घरवालों ने कहा कि जानवारों की मौत नहीं हुई है, इंसानों की मौत हुई है। इसके बाद आईजी से घरवालों की बहस हुई। विरोध पर पुलिस अफसरों ने शव वाहन को रोका। फिर शव को फिर घर लाया गया और पूरा क्रियाकर्म कराया गया।