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योगप्रशिक्षक की भर्ती में अपनी चहेतो, की गई तैनाती का लगा आरोप
(गिरजा शंकर विद्यार्थी)
अंबेडकर नगर। आयुर्वेदिक एवं यूनानी अस्पतालों पर तैनात होने वाली योग प्रशिक्षक की नियुक्ति पर तैनाती से पहले भ्रष्टाचार का आरोप लगा है विकास चंद्र तिवारी ने आरोप लगाया है कि प्रभारी क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी अपने इष्ट मित्रों व चहेतों की भर्ती की गई है आवेदकों द्वारा शुक्रवार को जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर मामले की विधिवत जांच करा करके न्याय की मांग की गई है और दोषी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की हैं।
आपको बता दें कि जिलाधिकारी को सौंपें गए प्रार्थना पत्र में अन्य आवेदकों ने आरोप लगाया है कि योग प्रशिक्षक पद के लिए विज्ञापन प्रकाशन के मानसिक योग्यता में बैचलर आफ नेचरोपैथी एंड योगा साइंस के अभ्यर्थियों को वरीयता देने का शासनादेश शासन से निर्गत किया गया है जबकि चयन प्रक्रिया में इनको वरीयता नहीं दी गई इसके साथ ही चयन समिति के सदस्य योग प्रशिक्षक अपनी चाहे तू सहायक प्रशिक्षक को साजिश के तहत साक्षात्कार में ज्यादा अंक देकर अन्य योग्य अभ्यर्थियों के नंबर कम कर दिए गए प्रभारी अधिकारी अपने रिश्तेदार का चयन कर लिया है आवेदकों ने जिलाधिकारी से मांग किया है कि इन विसंगतियों की जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की जाए आवेदकों द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र पर नवागत जिलाधिकारी ने जांच कराने का आश्वासन दिया है तथा आयुर्वेदिक एवं यूनानी के प्रभारी अधिकारी डॉ निशा वर्मा से उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया है लेकिन किसी कारणवश उनका फोन नहीं लगा, शिकायतकर्ता में पुनीत श्रीवास्तव, रोहित विश्वकर्मा, अशोक कुमार वर्मा, विकास चंद्र तिवारी, संतराम पांडेय, सीएल वर्मा आदि लोग शामिल रहे।